vaastu dosh ka karen nivaaran

वास्तु दोष का करें निवारण – वैदिक वास्तु शास्त्र – vaastu dosh ka karen nivaaran – vedic vastu shastra

अगर आपके घर का निर्माण हो चुका है और आप उसमें कोई रचनात्मक परिवर्तन नहीं कर पा रहे हैं, बावजूद इसके आपको वास्तु दोष के कारण आर्थिक, सामाजिक और राजनीतिक कष्टों का सामना करना पड़ रहा है तो ऐसे में वास्तुशास्त्रियों के मुताबिक बिना तोड़-फोड़ किए इन दोषों को दूर किया जा सकता है!

वास्तु दोष का करें निवारण

बिना सोचे-विचारे मकान बनवाने पर उसमें कई वास्तु दोष आ जाते हैं, जिनका असर हमारे जीवन पर पड़ता है, लेकिन अब घबराने की जरूरत नहीं है कुछ मामूली से परिवर्तन करके वास्तु दोषों का निवारण किया जा सकता है!

करें पर्दा या पार्टीशन

यदि आपकी रसोई के गेट के ठीक सामने बाथरूम का गेट हो तो यह नकारात्मक ऊर्जा देगा! इस दोष से बचने के लिए बाथरूम तथा रसोई के बीच में एक कपड़े का पर्दा या किसी अन्य प्रकार का पार्टीशन खड़ा कर सकते हैं ताकि रसोई से बाथरूम दिखाई न दे!

आग्नेय कोण में रखें

आग्नेय कोण में रसोई न होने पर गैस चूल्हे को रसोई के आग्नेय कोण में रखकर दोष का निवारण कर सकते हैं! इसके अलावा अगर चाहे तो आग्नेय कोण में एक जीरो वाट का बल्ब जलाकर भी इस दोष से बचा जा सकता है!

मानसिक तनाव से छुटकारा

परिवार का कोई सदस्य मानसिक तनाव से ग्रस्त हो तो काले मृग की चर्म बिछाकर सोने से लाभ होता है! किसी भी सदस्य को बुरे स्वप्न आते हो तो गंगा जल सिरहाने रख कर सोएं! इसके अलावा कमरे में शुद्ध घी का दीपक जलाकर रखें इसके साथ गुलाब की अगरबत्ती भी जलाएं!

यंत्र की स्थापना

यदि दुकान का मुख्य द्वार अशुभ है या दक्षिण पश्चिम या दक्षिण दिशा में है तो यमकीलक यंत्र का पूजन करके स्थापना करें! यदि सरकारी कर्मचारी द्वारा परेशान हैं तो सूर्य यंत्र की विधिवत् पूजा करके दुकान में स्थापना करें! दुकान, फैक्ट्री, कार्यालय आदि स्थानों में वर्ष में एक बार पूजा अवश्य करें!

जब भाग्य साथ ना दे

जबसे आपने मकान लिया है तब से भाग्य साथ नहीं दे रहा है और लगता हैं पुराने मकान में सब कुछ ठीक-ठाक था या अब परेशानियां हैं तो घर में पीले रंग के पर्दे लगवाएं!

लाभकारी उपाय

यदि संतान आज्ञाकारी नहीं है, संतान सुख और संतान का सहयोग प्राप्त हो, इसके लिए सूर्य यंत्र या तांबा वहां पर रखें जहां भवन का प्रवेश द्वार है! प्राण प्रतिष्ठा करवा कर रखें!

टिप्स

– सूर्योदय के समय सूर्य भगवान को जल का अर्य दें! अर्य देते समय गायत्री मंत्र का सात बार जप करें! पुरूष अपने पिता और स्त्री अपने स्वामी की सेवा करें!
– यदि आपके घर की छत पर व्यर्थ का सामान पड़ा हो तो उसे वहां से हटा दें!
– प्लास्टर आदि उखड़ गया हो तो उसे जल्दी से ठीक करवा दें!
– यदि घर के दरवाजे व खिड़कियां खुलने व बंद होने पर आवाज करते हैं तो उन्हें ठीक करवाएं!
– यदि भूखंड चौकोर नहीं हो तो यह अवश्य देख लें कि लंबाई, चौड़ाई की दुगुनी से अधिक न हो! यदि लंबाई, चौड़ाई से दुगुनी हो तो अतिरिक्त भूभाग पर स्वतंत्र इकाई का निर्माण करवाया जा सकता है!
– अपनी रूचि के अनुसार सुगंधित फूलों का गुलदस्ता सदैव अपने सिरहाने की ओर कोने में सजाएँ!
– शयन कक्ष में जूठे बर्तन न रखे इससे पत्नी का स्वास्थ्य खराब होता है, धन की कमी अनुभव होने लगती है!
– परिवार में कोई रोग ग्रस्त हो तो चांदी के पात्र में शुद्ध केसरयुक्त गंगा जल भरकर सिरहाने रखें!
– शयनकक्ष में झाडू न रखें! तेल का कनस्तर, अंगीठी आदि न रखें! व्यर्थ की चिंता बनी रहेगी! यदि कष्ट हो रहा है तो तकिए के नीचे लाल चंदन रख कर सोएं!
– यदि दुकान में चोरी होती है तो दुकान की चौखट के पास पूजा करके मंगल यंत्र स्थापित करें!
– दुकान में मन नहीं लगता तो श्वेत गणपति की मूर्ति विधि-विधान से पूजा करके मुख्य द्वार के आगे और पीछे स्थापित करना चाहिए!
– सींढ़ियों के नीचे बैठकर महत्वपूर्ण कार्य न करें!
– गुप्त शत्रु परेशान कर रहे हैं तो लाल चांदी के सर्प बनाकर उनकी आंखों में सुरमा लगाकर पैर के नीचे रख कर सोना चाहिए!
– सटे भवन में हल्दी के छींटे मारें और गुरु को पीले वस्त्र दान करें!

वास्तु दोष का करें निवारण – vaastu dosh ka karen nivaaran – वैदिक वास्तु शास्त्र – vedic vastu shastra

 

Tags: , , , , , , , ,

Leave a Comment

Scroll to Top