ketu ka dasaven bhaav - ketu grah - prabhaav aur upaay

केतु का दसवें भाव – केतु ग्रह – प्रभाव और उपाय – आठवाँ दिन – Day 8 – 21 Din me kundli padhna sikhe – ketu ka dasaven bhaav – ketu grah – prabhaav aur upaay – Aathavaan Din

केतु का दसवें भाव में फल दसवां घर शनि का होता है। यहाँ के केतु के परिणाम शनि की प्रकृति पर निर्भर करते हैं। यदि केतु शुभ हो तो जातक भाग्यशाली होता, अपने बारे में चिन्ता करने वाला होता है और अवसरवादी होता है। उसके पिता की मृत्यु जल्दी हो जाती है। यदि शनि छठवें भाव में हो तो जातक प्रसिद्ध खिलाड़ी होता है। यदि जातक अपने भाइयों को उनके कुकर्मों के लिए क्षमा करता है तो उसकी तरकी होगी। यदि जातक का चरित्र अच्छा हो तो वह बहुत धन कमाता है। यदि दसम भाव में अशुभ केतु हो तो जातक मूत्र विकार और कान की समस्याओं से ग्रस्त होता है। जातक को हड्डियों में दर्द होता है। यदि शनि चतुर्थ भाव में हो तो जातक का घरेलू जीवन चिंताओं और परेशानियों से भरा होता है। जातक के तीन पुत्रों की मृत्यु हो जाती है।

उपाय

1. घर में शहद से भरा बर्तन रखें।

2. घर में एक कुत्ता रखें विशेषकर अडतालिस साल की उम्र के बाद।

3. व्यभिचार से बचें।

4. चंद्रमा और बृहस्पति का उपचार करें।

केतु का दसवें भाव – केतु ग्रह – प्रभाव और उपाय – ketu ka dasaven bhaav – ketu grah – prabhaav aur upaay – आठवाँ दिन – Day 8 – 21 Din me kundli padhna sikhe – Aathavaan Din

Tags: , , , , , , , , , , , , , , , , , ,

Leave a Comment

Scroll to Top