हनुमान जी भले ही कुंवारे हैं लेकिन इनकी पूजा से सुंदर जीवनसाथी की प्राप्ति होती है। किसी भी महीने में शुक्ल पक्ष के प्रथम मंगलवार से नित्य प्रातः ‘स देवि नित्यं परितप्यमानस्त्वामेव सीतेत्यभिभाषमाणः। धृतव्रतो राजसुतो महात्मा तवैव लाभाय कृतप्रयत्नः॥
मंत्र का 108 बार पाठ करने पर विवाह में आने वाली बाधा दूर होती है। सुंदर जीवनसाथी की प्राप्ति होती है।
पाठ के समय हनुमान जी के चित्र के सामने उत्तरा की ओर घी का दीपक जलाकर रखें। मंगलवार के दिन सिंदूर और चमेली का तेल हनुमान जी को अर्पित करने से भी विवाह के योग प्रबल होते हैं। मंगल दोष का प्रभाव दूर होता है।