rahu ke ashtam bhav mein - sabhee bhaavon ke kaal sarp yog ka shubhaashubh vivaran va upaay

राहु के अष्टम भाव में – सभी भावों के कालसर्प योग का शुभाशुभ विवरण व उपाय – इक्कीसवाँ दिन – Day 21 – 21 Din me kundli padhna sikhe – rahu ke ashtam bhav mein – sabhee bhaavon ke kaal sarp yog ka shubhaashubh vivaran va upaay – Ikkeesavaan Din

राहु के अष्टम भाव में होने से यह योग बनता हैं। अशुभ योग होने पर रोग का भय, मानसिक तनाव और आर्थिक तंगी होती हैं। शुभ फल में जातक दीर्घजीवी होता हैं तथा जीवन में भूमि, मकान, वाहन, सन्तान व सुखों की प्राप्ति होती हैं।

उपाय : यहाँ पर कोई भी नग धारण ना करें केवल माँ भगवती का देवी कवच का पाठ करें।

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