1. जन्म कुंडली
जन्म कुंडली में मौजूद सभी नौ ग्रह, अपनी-अपनी तरह से जातक को प्रभावित करते, उसके जीवन पर अपना असर छोड़ते हैं। अगर शुभ ग्रह अच्छी स्थिति में हैं तो इसका फल भी जातक को मिलता है और अशुभ ग्रह अच्छी स्थिति में हैं तो इसका नकारात्मक परिणाम भी भुगतना पड़ सकता है।
ज्योतिषशास्त्र, विज्ञान और गणित का मिला-जुला स्वरूप है, जिसमें ग्रहों की स्थिति को समझकर उनके प्रभाव को कम या ज्यादा करने के लिए कुछ उपाय आजमाएं जाते हैं। अगर आपका ज्योतिषशास्त्री वाकई इन बातों की समझ रखता है तो ये उपाय कारगर सिद्ध हो जाते हैं अन्यथा फल विहीन बन जाते हैं।
कुंडली में ग्रहों की कमजोर स्थिति कई तरह से परेशानी पैदा कर सकती है। अगर आपकी कुंडली में चंद्रमा कमजोर स्थिति में है तो यह भी आपकी परेशानी का सबब बन सकता है।
4. कारगर उपाय
चंद्रमा को संतुलित करने या उसकी स्थिति को सुधारने के लिए आप रंगों से लेकर वास्तुशास्त्र तक से जुड़े कारगर उपाय आजमा सकते हैं। आइए जानते हैं उन उपायों के बारे में, जो वाकई आपके लिए फायदेमंद साबित हो सकते हैं।
चंद्रमा की स्थिति को संतुलित करना हो या फिर उसकी ताकत को बढ़ाना हो, दोनों ही मामलों में रत्न उपयोगी सिद्ध होते हैं। मसलन अगर आपकी कुंडली में चंद्रमा असंतुलित है तो आपको कम से कम 10 रत्ती का मोती धारण करना चाहिए।
6. मोती
चिकने, सुडौल और चमकीले मोती को चांदी की अंगूठी में जड़वाकर आप सोमवार के दिन अपनी कनिष्ठिका अंगुली में धारण करें। इससे आपके कुंडली में चंद्रमा की स्थिति में सुधार आएगा।
7. मून स्टोन
अगर किसी कारणवश आप मोती नहीं खरीद पा रहे हैं तो मोती के उपरत्न मून स्टोन को भी पहन सकते हैं। आप इसे चांदी की अंगूठी में डालकर पहन भी सकते हैं और चांदी का लॉकेट बनवाकर गले में भी पहन सकते हैं।
रत्न के अलावा आप रंगों के द्वारा भी कमजोर चंद्रमा की वजह से हो रही परेशानियों से मुक्ति पा सकते हैं।
सफेद और स्लेटी रंग चंद्रमा का प्रतीक होते हैं इसके अलावा चमकीला नीला, हरा और गुलाबी रंग, आसमानी रंग भी लाभदायक सिद्ध हो सकते हैं। जिन लोगों का चंद्रमा कमजोर होता है उन्हें काले और लाल रंग से परहेज रखना चाहिए।
10. फूलों की सुगंध
फूलों में चंदन, लिली, चमेली, कमल जैसे फूलों की सुगंध का प्रयोग भी चंद्रमा की स्थिति को मजबूत करता है।