प्रथम भाव में राहु से कालसर्प योग बनें तो शरीर, वाणी, सिर पर प्रभाव करेगा। राहु ग्रह की महादशा में ज्यादा प्रभाव होगा। शुभ योग में राज योग भी बनता हैं और अशुभ योग में शरीर रोग, कष्ट, परेशानी, तनाव व वैवाहिक जीवन में परेशानी होगी।
उपाय : दुर्गा चालीसा का रोज पाठ करें और गोमेद नग बडी रिंग में धारण करें, गले में हमेशा चांदी का चौकोर टुकङा पहनें।