इस मुस्लिम ताçन्त्रक यन्त्र के अनेक उपयोग हैं। दुर्भाग्य हटाने और सितारों की गर्दिश दूर करने के लिए तो यह अमोघ अस्त्र है ही, बीमारी और भूत बाधा हटाने में भी बेहद असरकारी है। जिस तरह तिरछे अंक लिखे हैं। उसी प्रकार तिरछे अंक लिखने और विधि-विधान पूर्वक लोबान की धूनी देने से इस नक्श का प्रभाव और भी बढ जाता है।
उपरोक्त नक्श को मुश्क,जाफरान और गुलाब-अर्क से लिखें। अगर नौकरी या व्यवसाय आदि की कोई समस्या हो तो इस नक्श को पॉलीथीन में बंद कर बाजू पर बांध लें और यदि रोगी के लिए प्रयोग किया जाना हो, तो नक्श को कुएं के पानी में धोकर वह पानी रोगी को पिला दें। किसी पर बुरी नजर या ऊपरी हवा का असर हो तो नक्श की बत्ती बनाकर, उसकी धूनी रोगी को दें। हर तरह की परेशानी का हल इस नक्श से सहज ही हो जाता है।
एक बीमार व्यक्ति कितना ही पौष्टिक भोजन और व्यामाम करे वह पहलवान हो ही नहीं सकता। जब शरीर अन्दर से अस्वस्थ होता है तो सब किया-धा व्यर्थ हो जाता है। ठीक यही स्थिति दुर्भाग्यपूर्ण यानी बुरे दिनों की है। जब कोई दुर्भाग्य से पीडित हो तब सौभाग्यवृद्धि के लिए टोना-टोटका अथवा अन्य प्रयास करने के पहले दुर्भाग्यनाशी उपाय पहले कर लें, इसके बाद ही सौभाग्यवर्द्धन और धन प्रापि्त के क्षेत्र में कदम बढाएं। यहां विशेष ध्यान रखने की बात है कि व्यक्ति के बुरे दिनों के कारणों के साथ-साथ बहुधा ग्रहों का दुष्प्रभाव भी होता है। यही कारण है कि बुरे दिन और विपत्तियां आने पर आप इस अध्याय में वर्णित उपायों का प्रयोग करें, ग्रह शान्ति के लिए भी अनुष्ठान करें।