नक्षत्र स्वामी दशम हो तो व्यापार, प्रशासनिक, सेना, राजनीति से लाभ मिलता है। लग्न में हो तो साहसी, मेहनती, स्वप्रयत्नों से लाभ पाने वाला होता है। पंचम में हो तो विद्या, संतान, उत्तम हो, तृतीय में हो तो भाईयों व मित्रों से लाभ मिलता है।
vrishchik lagna dhanishta nakshatra – वृश्चिक लग्न धनिष्ठा नक्षत्र – वृश्चिक लग्न धनिष्ठा नक्षत्र – Scorpio ascendant dhanishta Star