केतु का स्वभाव

ketu mahadasha upachaar - mahadasha ka upchar

केतु महादशा उपचार – महादशाओं का उपचार – उन्नीसवां दिन – Day 19 – 21 Din me kundli padhna sikhe – ketu mahadasha upachaar – mahadasha ka upchar – Unnisavaan Din

अगर आप केतु की महादशा से पीड़ित हैं तो इसके उपचार के लिए लकड़ी केक चार टुकड़े चार दिन तक बहते पानी में प्रवाहित करना चाहिए। कन्याओं को भोजन करवाकर दक्षिणा सहित विदा करना चाहिए। ग़रीब अथवा ब्रह्मणों को कम्बल दान करना चाहिए। प्रतिदिन गणेश जी पूजा करनी चाहिए और गणपति जी को लड्डू का […]

केतु महादशा उपचार – महादशाओं का उपचार – उन्नीसवां दिन – Day 19 – 21 Din me kundli padhna sikhe – ketu mahadasha upachaar – mahadasha ka upchar – Unnisavaan Din Read More »

mukh dakshin disha ki or na ho - ladakee kee shaadee ke upaay

मुख दक्षिण दिशा की ओर न हो – लड़की की शादी के उपाय – सत्रहवाँ दिन – Day 17 – 21 Din me kundli padhna sikhe – mukh dakshin disha ki or na ho – ladakee kee shaadee ke upaay – Satrahavaan Din

यदि विवाह के पूर्व लड़का-लड़की मिलना चाहें तो वह इस प्रकार बैठे कि उनका मुख दक्षिण दिशा की ओर न हो। मुख दक्षिण दिशा की ओर न हो – लड़की की शादी के उपाय – mukh dakshin disha ki or na ho – ladakee kee shaadee ke upaay – सत्रहवाँ दिन – Day 17 –

मुख दक्षिण दिशा की ओर न हो – लड़की की शादी के उपाय – सत्रहवाँ दिन – Day 17 – 21 Din me kundli padhna sikhe – mukh dakshin disha ki or na ho – ladakee kee shaadee ke upaay – Satrahavaan Din Read More »

navam shani - chhaya grah ketu ka chakr

नवम खाना – छाया ग्रह केतु का चक्र – सोलहवां दिन – Day 16 – 21 Din me kundli padhna sikhe – navam shani – chhaya grah ketu ka chakr – Solahavaan Din

इनसानी भाषा समझने वाला आज्ञाकारी कुत्ता। खुद की औलाद भी आज्ञाकारी होगी। ऐसा व्यक्ति व्यवहार कुशल होता है। दूसरों को आशीर्वाद देगा तो वे फलित होंगे। सावधानी : बेटे का अपमान न करें बल्कि उसकी सलाह लें। घर में सोना रखें। माता का ध्यान रखें। बेईमानी न करें। लोकमत के विरुद्ध न जाएँ। नवम खाना

नवम खाना – छाया ग्रह केतु का चक्र – सोलहवां दिन – Day 16 – 21 Din me kundli padhna sikhe – navam shani – chhaya grah ketu ka chakr – Solahavaan Din Read More »

satavan khana - chhaya grah ketu ka chakr

सातवाँ खाना – छाया ग्रह केतु का चक्र – सोलहवां दिन – Day 16 – 21 Din me kundli padhna sikhe – satavan khana – chhaya grah ketu ka chakr – Solahavaan Din

ऐसा पालतू ‍कुत्ता जो शेर का मुकाबला करना जानता हो। यदि मंगल से खराब हो रहा है तो गृहस्थी सुख अच्छा नहीं रहेगा। यदि यहाँ स्थित केतु शुभ है तो जीवन में धन की कमी नहीं होगी। जो भी इससे दुश्मनी रखेगा खुद ही परास्त हो जाएगा। सावधानी : वायदों को निभाएँ और झूठ न

सातवाँ खाना – छाया ग्रह केतु का चक्र – सोलहवां दिन – Day 16 – 21 Din me kundli padhna sikhe – satavan khana – chhaya grah ketu ka chakr – Solahavaan Din Read More »

kaalasarp yog dosh kee jaanakaaree aur isaka vishleshan

कालसर्प योग दोष की जानकारी और इसका विश्लेषण – चौदहवां दिन – Day 14 – 21 Din me kundli padhna sikhe – kaalasarp yog dosh kee jaanakaaree aur isaka vishleshan – Chaudahavaan Din

जिन लोगों की कुंडली में कालसर्प योग दोष होता है उन लोगों को अपने जीवन में कड़ी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। बचपन ले लेकर बुढ़ापे तक, जीवन के हर पहलू में उन्हें मुश्किलों का सामना करना पड़ता है। अगर आपको भी अपने काम, परिवार, शिक्षा आदि में परिशानियों का सामना करना पड़ रहा

कालसर्प योग दोष की जानकारी और इसका विश्लेषण – चौदहवां दिन – Day 14 – 21 Din me kundli padhna sikhe – kaalasarp yog dosh kee jaanakaaree aur isaka vishleshan – Chaudahavaan Din Read More »

janm ke graha or gochar ke graho ka aapas taalmel

जन्म के ग्रह और गोचर के ग्रहों का आपसी तालमेल – चौदहवां दिन – Day 14 – 21 Din me kundli padhna sikhe – janm ke graha or gochar ke graho ka aapas taalmel – Chaudahavaan Din

जन्म के समय के ग्रह और गोचर के ग्रहों का आपसी तालमेल ही वर्तमान की घटनाओं को बताने के लिये माना जाता है, अगर शनि जन्म से लगन में है और गोचर से शनि कर्म भाव में आता है तो खुद के कर्मों से ही कार्यों को अन्धेरे में और ठंडे बस्ते मे लेकर चला

जन्म के ग्रह और गोचर के ग्रहों का आपसी तालमेल – चौदहवां दिन – Day 14 – 21 Din me kundli padhna sikhe – janm ke graha or gochar ke graho ka aapas taalmel – Chaudahavaan Din Read More »

guru ke aage aur peeche ke grah bhee apana apana asar dete hai

गुरु के आगे और पीछे के ग्रह भी अपना अपना असर देते है – चौदहवां दिन – Day 14 – 21 Din me kundli padhna sikhe – guru ke aage aur peeche ke grah bhee apana apana asar dete hai – Chaudahavaan Din

गुरु के पीछे के ग्रह गुरु को बल देते है और आगे के ग्रहों को गुरु बल देता है, जैसी सहायता गुरु को पीछे से मिलती है वैसी ही सहायता गुरु आगे के ग्रहो को देना शुरु कर देता है, यही हाल गोचर से भी देखा जाता है, गुरु के पीछे अगर मंगल और गुरु

गुरु के आगे और पीछे के ग्रह भी अपना अपना असर देते है – चौदहवां दिन – Day 14 – 21 Din me kundli padhna sikhe – guru ke aage aur peeche ke grah bhee apana apana asar dete hai – Chaudahavaan Din Read More »

grahon ka kaarakatv bhi samajhna zaroori hai

ग्रहों का कारकत्व भी समझना जरूरी है – चौदहवां दिन – Day 14 – 21 Din me kundli padhna sikhe – grahon ka kaarakatv bhi samajhna zaroori hai – Chaudahavaan Din

ग्रह की परिभाषा के अनुसार तथा उसके भाव के अनुसार उसका रूप समझना बहुत जरूरी होता है, जैसे शनि वक्री होकर अगर अष्टम में अपना स्थान लेगा तो वह बजाय बुद्धू के बहुत ही चालाक हो जायेगा, और गुरु जो भाग्य का कारक है वह अगर भाग्य भाव में जाकर बक्री हो जायेगा तो वह

ग्रहों का कारकत्व भी समझना जरूरी है – चौदहवां दिन – Day 14 – 21 Din me kundli padhna sikhe – grahon ka kaarakatv bhi samajhna zaroori hai – Chaudahavaan Din Read More »

raashi chakr mein guru jahaan ho use laga manana jaroori hai

राशि चक्र में गुरु जहाँ हो उसे लगन मानना जरूरी है – चौदहवां दिन – Day 14 – 21 Din me kundli padhna sikhe – raashi chakr mein guru jahaan ho use laga manana jaroori hai – Chaudahavaan Din

कुंडली का विश्लेषण करते वक्त गुरु जहाँ भी विराजमान हो उसे लगन मानना ठीक रहता है, कारण गुरु ही जीव का कारक है और गुरु का स्थान ही बता देता है कि व्यक्ति की औकात क्या है, इसके साथ ही गुरु की डिग्री भी देखनी जरूरी है, गुरु अगर कम या बहुत ही अधिक डिग्री

राशि चक्र में गुरु जहाँ हो उसे लगन मानना जरूरी है – चौदहवां दिन – Day 14 – 21 Din me kundli padhna sikhe – raashi chakr mein guru jahaan ho use laga manana jaroori hai – Chaudahavaan Din Read More »

grahon ke dishaon ko bhi dhyan mein rakhne jaroori hai

ग्रहों की दिशाओं को भी ध्यान में रखना जरूरी है – चौदहवां दिन – Day 14 – 21 Din me kundli padhna sikhe – grahon ke dishaon ko bhi dhyan mein rakhne jaroori hai – Chaudahavaan Din

कालचक्र के अनुसार राशियों के अनुसार दिशायें भी बताई जाती है, जैसे मेष सिंह और धनु को पूर्व दिशा की कारक और मिथुन तुला तथा कुम्भ को पश्चिम दिशा की कारक वृष कन्या और मकर को दक्षिण दिशा की कारक तथा कर्क वृश्चिक और मीन को उत्तर दिशा की कारक राशियों में माना जाता है।

ग्रहों की दिशाओं को भी ध्यान में रखना जरूरी है – चौदहवां दिन – Day 14 – 21 Din me kundli padhna sikhe – grahon ke dishaon ko bhi dhyan mein rakhne jaroori hai – Chaudahavaan Din Read More »

Scroll to Top