नामांक मिलान

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जन्मदिन से कुंडली मिलान – जन्मदिन के आधार पर गुण मिलान

जन्मदिन के आधार पर गुण मिलान क्या है? जन्मदिन से कुंडली मिलान – अपने जन्मदिन और अपने प्रियजन के जन्म की तारीख के अनुसार गुणों का मिलान करने के लिए दर्ज करें और आप दोनों को कितना प्रतिशत मिलता है। यह प्यार की कोशिश करने के लिए सबसे अच्छा और सबसे अच्छा सॉफ्टवेयर टूल है। […]

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gun milan talika pdf

गुण मिलान टेबल चार्ट घर बैठे देखिए – Kundali Matching Hindi

कुंडली मिलान क्या है? गुण मिलान टेबल PDF: हिंदू परंपरा में, विवाह की सफलता के लिए कुंडली मिलान एक महत्वपूर्ण अनुष्ठान है। यह दूल्हे और दुल्हन की कुंडली (जन्म-रिपोर्ट) के मिलान की प्रक्रिया है, एक प्रक्रिया जो उनके सितारों को निर्धारित करती है एक सफल और खुशहाल शादी से मिलती जुलती है। इसे अक्सर कुंडली

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teesra khana - chhaya grah ketu ka chakr

तीसरा खाना – छाया ग्रह केतु का चक्र – सोलहवां दिन – Day 16 – 21 Din me kundli padhna sikhe – teesra khana – chhaya grah ketu ka chakr – Solahavaan Din

धैर्यवान, बुद्धि से काम लें तो अशुभ असर से बचने के रास्ते मिलते जाएँगे। सावधानी : व्यर्थ का झगड़ा मोल न लें। मित्रों से विवाद न करें। भाइयों का ध्यान रखें। रीढ़ संबंधी बीमारी से बचें। बिना सोचे-समझे दूसरे की सलाह न लें। मकान का प्रवेश द्वार दक्षिण में न रखें। व्यर्थ का सफर न

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kundalee ke liye aavashyak kaarak

कुंडली के लिये आवश्यक कारक – ग्यारहवाँ दिन – Day 11 – 21 Din me kundli padhna sikhe – kundalee ke liye aavashyak kaarak – Gyarahavaan Din

कुंडली को बनाने के लिये जो मुख्य कारक सामने लाये जाते है उनके अनुसार पहला जन्म का समय, दूसरा जन्म की तारीख, तीसरा जन्म का महिना चौथा जन्म की साल और पांचवा जन्म का स्थान, इन पांच कारकों को शुद्ध देखना जरूरी होता है, इन पांच कारकों में एक के भी अशुद्ध होने से या

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ketu ka doosare bhaav - ketu grah - prabhaav aur upaay

केतु का दूसरे भाव – केतु ग्रह – प्रभाव और उपाय – आठवाँ दिन – Day 8 – 21 Din me kundli padhna sikhe – ketu ka doosare bhaav – ketu grah – prabhaav aur upaay – Aathavaan Din

केतु का दूसरे भाव में फल दूसरा घर चंद्रमा से प्रभावित होता है, जो केतु का शत्रु ग्रह है। यदि दूसरे भाव में स्थित केतू शुभ है तो जातक को पैतृक सम्पत्ति मिलती है। जातक खूब यात्राएं करेगा और यात्राओं से लाभ मिलेगा। ऐसी स्थित में शुक्र अपनी स्थिति के अनुसार अच्छे परिणाम देता है।

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takshak kaal sarp dosh

तक्षक कालसर्प दोष – आठवाँ दिन – Day 8 – 21 Din me kundli padhna sikhe – takshak kaal sarp dosh – Aathavaan Din

कुंडली के सातवे घर में राहू, पहले घर में केतु और बाकि गृह इन दोनों के मध्य आ जाने से तक्षक कालसर्प दोष का निर्माण होता है ! सबसे पहले तो तक्षक काल सर्प का बुरा प्रभाव उसकी सेहत पर पड़ता है ! जातक के शरीर में रोगों से लड़ने की शक्ति बहुत कम होती

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shukr ki hora - sarv karya siddhi ke liye hora muhurat

शुक्र की होरा – सर्व कार्य सिद्धि के लिये होरा मुहूर्त – आठवाँ दिन – Day 8 – 21 Din me kundli padhna sikhe – shukr ki hora – sarv karya siddhi ke liye hora muhurat – Aathavaan Din

यात्रा, आभूषण, नवीन वस्त्रधारण, नृत्य-संगीत, स्त्री-प्रसंग, प्रेम व्यवहार, प्रियजन समागम, उत्सव, लक्ष्मी पूजन, फिल्म निर्माण, व्यापार, कृषि कार्य, प्रवास, सौभाग्यवर्द्धक कार्यों के लिये शुभ होती है । शुक्र की होरा – सर्व कार्य सिद्धि के लिये होरा मुहूर्त – shukr ki hora – sarv karya siddhi ke liye hora muhurat – आठवाँ दिन – Day

शुक्र की होरा – सर्व कार्य सिद्धि के लिये होरा मुहूर्त – आठवाँ दिन – Day 8 – 21 Din me kundli padhna sikhe – shukr ki hora – sarv karya siddhi ke liye hora muhurat – Aathavaan Din Read More »

chandal yog ya dosh

चाण्डाल योग या दोष – सातवाँ दिन – Day 7 – 21 Din me kundli padhna sikhe – chandal yog ya dosh – Saatavaan Din

बृहस्पति और राहु जब साथ होते हैं या फिर एक दूसरे को किन्ही भी भावो में बैठ कर देखते हो, तो गुरू चाण्डाल योग निर्माण होता है। चाण्डाल का अर्थ निम्नतर जाति है। कहा गया कि चाण्डाल की छाया भी ब्राह्मण को या गुरू को अशुद्ध कर देती है। गुरु चंडाल योग को संगति के

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kya aap baar-baar durghatanaagrast hote hain

क्या आप बार-बार दुर्घटनाग्रस्त होते हैं – छठा दिन – Day 6 – 21 Din me kundli padhna sikhe – kya aap baar-baar durghatanaagrast hote hain – Chhatha Din

शनि शनि का प्रभाव प्राय: नसों व हड्‍डियों पर रहता है। शनि की खराब स्थिति में नसों में ऑक्सीजन की कमी व ‍हड्‍डियों में कैल्शियम की कमी होती जाती है अत: वाहन-मशीनरी से चोट लगना व चोट लगने पर हड्‍डियों में फ्रैक्चर होना आम बात है। यदि पैरों में बार-बार चोट लगे व हड्‍डी टूटे

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kundali na milne par

कुंडली न मिलने पर – चौथा दिन – Day 4 – 21 Din me kundli padhna sikhe – kundali na milne par – Chautha Din

कभी – कभी ऐसा होता हैं कि कुंडली नहीं मिलती या कुंडली में गुण पर्याप्त मात्रा में नहीं मिलते, ऐसी स्थिति में ज्योतिषी द्वारा इससे उबरने के उपाय बताये जाते हैं और इन उपायों में कोई व्रत, उपवास, कोई पूजा अथवा कोई रत्न धारण करना, आदि जैसे उपाय होते हैं, जिन्हें अपनाकर कुंडली के दोष

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