राहु का स्वभाव

raahu guru apni jaati ko chhupa kar - rahu ke prakop

राहु गुरु अपने पति को छुपाकर – राहु के प्रकोप – आठवाँ दिन – Day 8 – 21 Din me kundli padhna sikhe – raahu guru apni jaati ko chhupa kar – rahu ke prakop – Aathavaan Din

राहु के साथ जब गुरु या तो साथ हो या आगे पीछे हो तो वह अपनी शरारत करने से नहीं हिचकता है, जिस प्रकार से एक पल्लेदार टाइप व्यक्ति किसी को मारने से नही हिचकेगा, लेकिन एक पढा लिखा व्यक्ति किसी को मारने से पहले दस बार कानून और भलाई बुराई को सोचेगा। राहु के […]

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mangal ka teesra ashubh yog

मंगल का तीसरा अशुभ योग – तीसरा दिन – Day 3 – 21 Din me kundli padhna sikhe – mangal ka teesra ashubh yog – Teesara Din

नीचस्थ मंगल तीसरा सबसे अशुभ योग है। जिनकी कुंडली में यह योग बनता है, उन्हें अजीब परिस्थितियों का सामना करना पड़ता है। – इस योग में कर्क राशि में मंगल नीच का यानी कमजोर हो जाता है। – जिनकी कुंडली में नीचस्थ मंगल योग होता है, उनमें आत्मविश्वास और साहस की कमी होती है। –

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kundalee ke lagn ke anusaar bhaagyoday

कुंडली के लग्न के अनुसार भाग्योदय – तीसरा दिन – Day 3 – 21 Din me kundli padhna sikhe – kundalee ke lagn ke anusaar bhaagyoday – Teesara Din

मेष लग्न : भाग्योदय 16 वर्ष की आयु, 22 वर्ष की आयु, 28 वर्ष की आयु, 32 वर्ष की आयु, और 36 वर्ष की आयु। वृष लग्न : भाग्योदय 25 वर्ष की आयु, 28 वर्ष की आयु, 36 वर्ष की आयु और 42 वर्ष की आयु । मिथुन लग्न : भाग्योदय करने वाली आयु है

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rahu - 9 grahon ke nakaaratmak prabhaav aur nivaran ke saral upaay

राहु – 9 ग्रहों के नकारात्मक प्रभाव और निवारण के सरल उपाय – तीसरा दिन – Day 3 – 21 Din me kundli padhna sikhe – rahu – 9 grahon ke nakaaratmak prabhaav aur nivaran ke saral upaay – Teesara Din

मानसिक तनाव, आर्थिक नुक्सान,स्वयं को ले कर ग़लतफहमी,आपसी तालमेल में कमी, बात बात पर आपा खोना, वाणी का कठोर होना व आप्शब्द बोलना, व कुंडली में राहु के अशुभ होने पर हाथ के नाखून अपने आप टूटने लगते हैं। राजक्ष्यमा रोग के लक्षण प्रगट होते हैं। वाहन दुर्घटना,उदर कस्ट, मस्तिस्क में पीड़ा आथवा दर्द रहना,

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ketu - 9 grahon ke nakaaraatmak prabhaav aur nivaaran ke saral upaay

केतु – 9 ग्रहों के नकारात्मक प्रभाव और निवारण के सरल उपाय – तीसरा दिन – Day 3 – 21 Din me kundli padhna sikhe – ketu – 9 grahon ke nakaaraatmak prabhaav aur nivaaran ke saral upaay – Teesara Din

कुंडली में केतु के अशुभ प्रभाव में होने पर चर्म रोग, मानसिक तनाव, आर्थिक नुक्सान,स्वयं को ले कर ग़लतफहमी, आपसी तालमेल में कमी, बात बात पर आपा खोना, वाणी का कठोर होना व आप्शब्द बोलना, जोड़ों का रोग या मूत्र एवं किडनी संबंधी रोग हो जाता है। संतान को पीड़ा होती है। वाहन दुर्घटना,उदर कस्ट,

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mangal - 9 grahon ke nakaaraatmak prabhaav aur nivaaran ke saral upaay

मंगल – 9 ग्रहों के नकारात्मक प्रभाव और निवारण के सरल उपाय – तीसरा दिन – Day 3 – 21 Din me kundli padhna sikhe – mangal – 9 grahon ke nakaaraatmak prabhaav aur nivaaran ke saral upaay – Teesara Din

मंगल सेना पति होता है,भाई का भी द्योतक और रक्त का भी करक माना गया है । इसकी मेष और वृश्चिक राशि है ।कुंडली में मंगल के अशुभ होने पर भाई, पटीदारो से विवाद, रक्त सम्बन्धी समस्या, नेत्र रोग, उच्च रक्तचाप, क्रोधित होना, उत्तेजित होना, वात रोग और गठिया हो जाता है। रक्त की कमी

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budh - 9 grahon ke nakaaraatmak prabhaav aur nivaaran ke saral upaay

बुध – 9 ग्रहों के नकारात्मक प्रभाव और निवारण के सरल उपाय – तीसरा दिन – Day 3 – 21 Din me kundli padhna sikhe – budh – 9 grahon ke nakaaraatmak prabhaav aur nivaaran ke saral upaay – Teesara Din

बुध व्यापार व स्वास्थ्य का करक माना गया है । यह मिथुन और कन्या राशि का स्वामी है । बुध वाक् कला का भी द्योतक है । विद्या और बुद्धि का सूचक है । कुंडली में बुध की अशुभता पर दाँत कमजोर हो जाते हैं। सूँघने की शक्ति कम हो जाती है। गुप्त रोग हो

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dasha ka adhyayan

दशा का अध्ययन – तीसरा दिन – Day 3 – 21 Din me kundli padhna sikhe – dasha ka adhyayan – Teesara Din

अभी तक बताई सभी बातों के बाद दशा की भूमिका आती है, बिना अनुकूल दशा कै कुछ् नहीं मिलता है। आइए इसे समझने का प्रयास करें। सबसे पहले यह देखें कि जन्म कुंडली में किस ग्रह की दशा चल रही है और वह ग्रह किसी तरह का कोई योग तो नहीं बना रहा है। जिस

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soory - 9 grahon ke nakaaraatmak prabhaav aur nivaaran ke saral upaay

सूर्य – 9 ग्रहों के नकारात्मक प्रभाव और निवारण के सरल उपाय – तीसरा दिन – Day 3 – 21 Din me kundli padhna sikhe – soory – 9 grahon ke nakaaraatmak prabhaav aur nivaaran ke saral upaay – Teesara Din

सूर्य पिता, आत्मा समाज में मान, सम्मान, यश, कीर्ति, प्रसिद्धि, प्रतिष्ठा का करक होता है । इसकी राशि है सिंह । कुंडली में सूर्य के अशुभ होने पर पेट, आँख, हृदय का रोग हो सकता है साथ ही सरकारी कार्य में बाधा उत्पन्न होती है। इसके लक्षण यह है कि मुँह में बार-बार बलगम इकट्ठा

सूर्य – 9 ग्रहों के नकारात्मक प्रभाव और निवारण के सरल उपाय – तीसरा दिन – Day 3 – 21 Din me kundli padhna sikhe – soory – 9 grahon ke nakaaraatmak prabhaav aur nivaaran ke saral upaay – Teesara Din Read More »

kundali ka falkathan

कुंडली का फलकथन – दूसरा दिन – Day 2 – 21 Din me kundli padhna sikhe – kundali ka falkathan – Doosara Din

फलकथन की चर्चा करते हैं, भाव तथा ग्रह के अध्ययन के बाद जन्म् कुंडली के फलित करने का प्रयास करें। पहले भाव से लेकर बारहवें भाव तक के फलों को देखें कि कौन सा भाव क्या देने में सक्षम है। कौन सा भाव क्या देता है और वह कब अपना फल देगा यह जानने का

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