पश्चिम मुखी घर में सीढ़ी

seedhiyon ka band hona- vikaas mein avarodhak

सीढ़ियों का बंद होना- विकास में अवरोधक – वास्तुशास्त्र में वर्जित – seedhiyon ka band hona- vikaas mein avarodhak – vastu shastra mein varjit

पंडितजी का गांधी नगर दिल्ली की एक मशहूर कपड़ों के थोक की दुकान पर वास्तु परीक्षण करने के लिए जाना हुआ। वहां जाने पर उन्होंने बताया कि उनकी दुकान पूरे गांधी नगर की सबसे प्रसिद्ध दुकान है, पर जितनी कमाई होनी चाहिए उतनी होती नहीं है। पैसा रुक जाता है जिसकी वजह से तनाव बना […]

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ghar mein seedhiyaan kaisee hon?

घर में सीढिय़ां कैसी हों? – वास्तु शास्त्र के अनुसार घर – ghar mein seedhiyaan kaisee hon? – vastu shastra ke anusar ghar

यदि मकान बहुमंजिला है तो उसमें सीढिय़ा अवश्य होती है। वर्तमान समय में डिजाइनर सीढिय़ों (लोहे की या घुमावदार) का चलन भी है। सीढिय़ां भी घर के वास्तु को प्रभावित करती हैं।मकान में सीढिय़ां बनवाते समय इन बातों का विशेष ध्यान रखें—– 1- वास्तु सम्मत सीढिय़ां भवन के पूर्व या दक्षिण दिशा में बनवाई जानी

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seedhiyaan - vastu dosh nivaran

सीढ़ियाँ – वास्तु दोष निवारण – वास्तु दोष निवारण – seedhiyaan – vastu dosh nivaran – vastu dosh nivaran

वास्तु दोष निवारण सीढ़ियाँवास्तुशास्त्र के अनुसार सीढ़ियों का निर्माण उत्तर से दक्षिण की ओर अथवा पूर्व से पश्चिम दिशा की ओर करवाना चाहिए। जो लोग पूर्व दिशा की ओर से सीढ़ी बनवा रहे हों उन्हें इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि सीढ़ी पूर्व दिशा की दीवार से लगी हुई नहीं हो। पूर्वी दीवार से

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bhavan ka pravesh dwar

भवन का प्रवेशद्वार – वास्तु के अनुसार सज्जा – bhavan ka pravesh dwar – vastu ke anusaar sajja

यह आपके भवन का वह भाग है जहां से कि मुख्य भवन में प्रवेश किया जाता है। यहां पर रास्ता छोड़कर एक अथवा दोनों ओर लकड़ी से बना हलका फर्नीचर एवं हलका रंग-रोगन होना चाहिए और इस भाग को सदा साफ-सुथरा रखना चाहिए। भवन के इस भाग में फ्लोर कारपेट का प्रयोग न करके कोई

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seedhiyon ka vastu upaay

सीढ़ियों के वास्तु उपाय – वास्तु उपाय – seedhiyon ka vastu upaay – vastu upay

सीढ़ियों से जुड़े वास्तु उपायसीढ़ियों की संख्या हमेशा विषम होनी चाहिए। भारतीय वास्तु विज्ञान के अनुसार घर की सीढ़ियों के लिए नैऋत्य यानी दक्षिण पश्चिम दिशा उत्तम होती है। इस दिशा में सीढ़ी होने पर घर प्रगति ओर अग्रसर रहता है। जो लोग खुद ग्राउंड फ्लोर पर रहते हैं और किरायेदारों को ऊपरी मंजिल पर

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uttar-poorv disha mein na hon seedhiyaan

उत्तर-पूर्व दिशा में ना हों सीढ़ियां – आपके घर का वास्तु शास्त्र – uttar-poorv disha mein na hon seedhiyaan – apke ghar ka vastu shastra

घर की सीढ़ियां कभी भी उत्तर-पूर्व दिशा में नहीं बनानी चाहिए। घर की यह दिशा हमेशा व्यवस्थित होनी चाहिए जिससे घर में धन-संपदा आकर्षित होती है। साथ ही इस दिशा में किसी तरह की कोई मशीन भी नहीं रखनी चाहिए। उत्तर-पूर्व दिशा में ना हों सीढ़ियां – uttar-poorv disha mein na hon seedhiyaan – आपके

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snanagar aur shauchalay ek saath hona theek nahi

स्नानगृह और शौचालय एक साथ होना ठीक नहीं – आपके घर का वास्तु शास्त्र – snanagar aur shauchalay ek saath hona theek nahi – apke ghar ka vastu shastra

आज कल घरों में बाथरूम और टॉयलेट एक साथ होना आम बात है लेकिन वास्तुशास्त्र के नियम के अनुसार इससे घर में वास्तुदोष उत्पन्न होता है। इस दोष के कारण घर में रहने वालों को कई प्रकार की समस्याओं का सामना करना पड़ता है। पति-पत्नी एवं परिवार के अन्य सदस्यों के बीच अक्सर मनमुटाव एवं

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