graha shanti mantra

when rahu and ketu are unlucky

राहु-केतु कब होते हैं अशुभ – खराब ग्रह उपाय | When Rahu and Ketu are unlucky – kharab grah upaay

  राहु-केतु को छाया ग्रह माना जाता है। इसकी कल्पना सर्प से की गई है। राहु उसका धड़ और केतु पूँछ माना जाता है। राहु केतु का अपना प्रभाव नहीं होता। ये जिस राशि में/भाव में होते हैं और जिस ग्रह के साथ बैठते हैं, उसी के अनुरूप फल को घटाते या बढ़ाते हैं। राहु […]

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planetary totals

ग्रहों के विशिष्ट योग – खराब ग्रह उपाय | Planetary totals – kharab grah upaay

  1. युति : दो ग्रह एक ही राशि में एक सी डिग्री के हों तो युति कहलाती है। अशुभ ग्रहों की युति अशुभ फल व शुभ ग्रहों की युति शुभ फल देती है। अशुभ व शुभ ग्रह की युति भी अशुभ फल ही देती है। 2. लाभ योग : एक ग्रह दूसरे से 60

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venus will tell who will be the deity

शुक्र बताएगा कौन होगा वाहनाधिपति – खराब ग्रह उपाय | Venus will tell who will be the deity – kharab grah upaay

  * लग्नेश, चतुर्थेश व नवमेश के परस्पर केंद्र में रहने से वाहन सुख की प्राप्ति होती है क्योंकि लग्न शरीर, चतुर्थ सुख व नवम भाग्य है। इनकी स्थिति यदि मजबूत हो तो निश्चित ही वाहन सुख मिलता है। * चतुर्थ भाव का भावाधिपति पंचम में व पंचम भाव का स्वामी चतुर्थ में हो तो

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choose topics according to planets

ग्रहों के अनुरूप चुनें विषय – खराब ग्रह उपाय | Choose topics according to planets – kharab grah upaay

  दसवीं की परीक्षा उत्तीर्ण करते ही ‘कौन-सा विषय चुनें’ यह यक्ष प्रश्न बच्चों के सामने आ खड़ा होता है। माता-पिता को अपनी महत्वाकांक्षाओं को परे रखकर एक नजर कुंडली पर भी मार लेनी चाहिए। बच्चे किस विषय में सिद्धहस्त होंगे, यह ग्रह स्थिति स्पष्ट बताती है। * विषय के चुनाव हेतु कुंडली के चौथे

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rahu contingent planet

राहु आकस्मिक धन प्रदायक ग्रह – खराब ग्रह उपाय | Rahu contingent planet – kharab grah upaay

  * राहु शून्य डिग्री से 20 डिग्री में हो तो अच्छा फल देता है जबकि 20 डिग्री से 30 डिग्री में मिश्रित फलदायी है। * जन्म नक्षत्र में ही राहु हो तो भी उसका अच्छा फल प्राप्त होता है। * यदि स्त्री राशिगत केन्द्र त्रिकोण में स्थित है तो छाया ग्रह के गुण अनुसार

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raja yoga planet for various ascendant

विभिन्न लग्नों के लिए राजयोग ग्रह – खराब ग्रह उपाय | Raja Yoga Planet for various Ascendant – kharab grah upaay

  1. मेष लग्न के लिए गुरु राजयोग कारक होता है। 2. वृषभ और तुला लग्न के लिए शनि राजयोग कारक होता है। 3. कर्क लग्न और सिंह लग्न के लिए मंगल राजयोग कारक होता है। 4. मिथुन लग्न के लिए शुक्र अच्छा फल देता है। 5. वृश्चिक लग्न के लिए चंद्रमा अच्छा फल देता

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know from the planet too who will be the lover?

ग्रह से भी जानें – प्रेमी कौन होगा ? – खराब ग्रह उपाय | Know from the planet too – who will be the lover? – kharab grah upaay

  ग्रह एवं ग्रहों की स्‍थिति की युति जन्‍म लग्‍न को देखकर जान सकते हैं कि प्रेमी कौन होगा। प्रेम का ग्रह शुक्र मन का कारक चंद्र गुरु ज्ञान व पृथक कारण का कारक होता है। प्रेम से संबंध इन ग्रहों के साथ लग्‍न स्‍वयं पंच प्रेम, सप्‍तम प्रेमिका, इनका संबंध या दृष्‍टि संबंध, ग्रहों

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why there is delay in procuring children

क्यों होता है संतान प्राप्ति में विलंब – खराब ग्रह उपाय | Why there is delay in procuring children – kharab grah upaay

  संतति सुख के लिए पंचम स्थान, पंचमेश, पंचम स्थान पर शुभाशुभ प्रभाव व बृहस्पति का विचार मुख्‍यत: किया जाता है। ज्योतिष के अनुसार मेष, मिथुन, सिंह, कन्या ये राशियाँ अल्प प्रसव राशियाँ हैं। वृषभ, कर्क, वृश्चिक, धनु, मीन ये बहुप्रसव राशियाँ हैं। * पंचम स्थान में पाप ग्रह हो तो संतति सुख में बाधा

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know your better future from planets

ग्रहों से जानें अपना बेहतर भविष्य – खराब ग्रह उपाय | Know your better future from planets – kharab grah upaay

  • लग्नेश उच्च का हो या स्वराशिस्थ हो या मित्र राशि का होकर लग्न द्वितीय, तृतीय, चतुर्थ, पंचम, नवम, दशम, एकादश भाव में शुरू होगा। षष्ठ या अष्टम, द्वादश में न हो तो अच्छा है। • द्वितीयेश द्वितीय में स्वराशिस्थ हो या उच्च का हो या मित्र राशि का हो तो उस जातक को

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planetary-high,-low-enemy-friendly-position

ग्रहों की उच्च, नीच शत्रु-मैत्री स्थिति – खराब ग्रह उपाय | Planetary high, low enemy-friendly position – kharab grah upaay

भारतीय ज्योतिष में 9 ग्रह बताए गए हैं। इसमें 2 छाया ग्रह हैं। सूर्य, चंद्र, मंगल, बुध, गुरु, शुक्र, शनि ग्रह हैं जो आकाशीय मंडल में दृष्टमान हैं। राहु-केतु छाया ग्रह हैं, जो ग्रह नहीं हैं क्योंकि ये आकाशीय मंडल में दिखाई नहीं देते हैं। मंगल, बुध, गुरु, शुक्र, शनि ये ग्रह समय-समय पर उदय,

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