kundali me rahu ka prabhav

dwadash bhav mein raahu hone se - sabhee bhaavon ke kaal sarp yog ka shubhaashubh vivaran va upaay

द्वादश भाव में राहु होने से – सभी भावों के कालसर्प योग का शुभाशुभ विवरण व उपाय – इक्कीसवाँ दिन – Day 21 – 21 Din me kundli padhna sikhe – dwadash bhav mein raahu hone se – sabhee bhaavon ke kaal sarp yog ka shubhaashubh vivaran va upaay – Ikkeesavaan Din

द्वादश भाव में राहु होने से यह योग बनता हैं। जातक को सिर में, नेञ में कष्ट, धन का व्यय, कोई गलत व्यसन करता हैं। शुभ प्रभाव में जातक दूर जाकर धन प्राप्त करता हैं। उपाय : केतु की पूजा करें और जण्डी के पेङ पर शुक्रवार जल चढ़ाएँ। द्वादश भाव में राहु होने से […]

द्वादश भाव में राहु होने से – सभी भावों के कालसर्प योग का शुभाशुभ विवरण व उपाय – इक्कीसवाँ दिन – Day 21 – 21 Din me kundli padhna sikhe – dwadash bhav mein raahu hone se – sabhee bhaavon ke kaal sarp yog ka shubhaashubh vivaran va upaay – Ikkeesavaan Din Read More »

dasham bhav mein raahu - sabhee bhavon ke kaal sarp yog ka shubhaashubh vivaran va upaay

दशम भाव में राहु – सभी भावों के कालसर्प योग का शुभाशुभ विवरण व उपाय – इक्कीसवाँ दिन – Day 21 – 21 Din me kundli padhna sikhe – dasham bhav mein raahu – sabhee bhavon ke kaal sarp yog ka shubhaashubh vivaran va upaay – Ikkeesavaan Din

दशम भाव में राहु होने से यह योग बनता हैं। इसमें संघर्ष के बाद उन्नति होती हैं, पिता के सुख में कमी आती हैं। शुभ प्रभाव होने पर उच्च पद मिलता है तथा बड़े लोगो से, राजनितिक लोगो के सम्पर्क से धन लाभ होता है। उपाय : गोमेद नग सबसे बड़ी रिंग में धारण करें

दशम भाव में राहु – सभी भावों के कालसर्प योग का शुभाशुभ विवरण व उपाय – इक्कीसवाँ दिन – Day 21 – 21 Din me kundli padhna sikhe – dasham bhav mein raahu – sabhee bhavon ke kaal sarp yog ka shubhaashubh vivaran va upaay – Ikkeesavaan Din Read More »

rahu ke saptam bhav mein - sabhee bhaavon ke kalsarp yog ka shubhaashubh vivaran va upaay

राहु के सप्तम भाव में – सभी भावों के कालसर्प योग का शुभाशुभ विवरण व उपाय – इक्कीसवाँ दिन – Day 21 – 21 Din me kundli padhna sikhe – rahu ke saptam bhav mein – sabhee bhaavon ke kalsarp yog ka shubhaashubh vivaran va upaay – Ikkeesavaan Din

राहु के सप्तम भाव में होने पर यह योग बनता हैं । यहाँ पर राहु अशुभ होने पर वैवाहिक विलम्ब, विवाह होने पर सुख में कमी रहती है। परिश्रम द्वारा ही धन मिलता हैं। लेकिन शुभ फल में चतुराई से लाभ होता हैं तथा लग्न का केतु चिङचिङा बना देता हैं। यदि केतु शुभ होगा

राहु के सप्तम भाव में – सभी भावों के कालसर्प योग का शुभाशुभ विवरण व उपाय – इक्कीसवाँ दिन – Day 21 – 21 Din me kundli padhna sikhe – rahu ke saptam bhav mein – sabhee bhaavon ke kalsarp yog ka shubhaashubh vivaran va upaay – Ikkeesavaan Din Read More »

kapat yog - raahu dvaara nirmit yog aur unaka phal

कपट योग – राहु द्वारा निर्मित योग और उनका फल – बीसवां दिन – Day 20 – 21 Din me kundli padhna sikhe – kapat yog – raahu dvaara nirmit yog aur unaka phal – Beesavan Din

दो पापी ग्रह राहु और शनि जब जन्मपत्री में क्रमश: एकादश और षष्टम में उपस्थित होते हैं तो कपट योग बनता है। जिस व्यक्ति की कुण्डली में कपट योग निर्मित होता है वह व्यक्ति अपने स्वार्थ हेतु किसी को भी धोखा देने वाला होता है । इनपर विश्वास करने वालों को पश्चाताप करना होता है।

कपट योग – राहु द्वारा निर्मित योग और उनका फल – बीसवां दिन – Day 20 – 21 Din me kundli padhna sikhe – kapat yog – raahu dvaara nirmit yog aur unaka phal – Beesavan Din Read More »

pishaach yog - raahu dvaara nirmit yog aur unaka phal

पिशाच योग – राहु द्वारा निर्मित योग और उनका फल – बीसवां दिन – Day 20 – 21 Din me kundli padhna sikhe – pishaach yog – raahu dvaara nirmit yog aur unaka phal – Beesavan Din

पिशाच योग राहु द्वारा निर्मित योगों में यह नीच योग है। पिशाच योग जिस व्यक्ति की जन्मपत्री में होता है वह प्रेत बाधा का शिकार आसानी से हो जाता है। इनमें इच्छा शक्ति की कमी रहती है। इनकी मानसिक स्थिति कमज़ोर रहती है, ये आसानी से दूसरों की बातों में आ जाते हैं। इनके मन

पिशाच योग – राहु द्वारा निर्मित योग और उनका फल – बीसवां दिन – Day 20 – 21 Din me kundli padhna sikhe – pishaach yog – raahu dvaara nirmit yog aur unaka phal – Beesavan Din Read More »

lagn kaarak yog - raahu dvaara nirmit yog aur unaka phal

लग्न कारक योग – राहु द्वारा निर्मित योग और उनका फल – बीसवां दिन – Day 20 – 21 Din me kundli padhna sikhe – lagn kaarak yog – raahu dvaara nirmit yog aur unaka phal – Beesavan Din

राहु द्वारा निर्मित शुभ योगों में लग्न कारक योग का नाम भी प्रमुख है। लग्न कारक योग मेष, वृष एवं कर्क लग्न वालों की कुण्डली में तब बनता है जबकि राहु द्वितीय, नवम अथवा दशम भाव में नहीं होता है। जिस व्यक्ति की कुण्डली में लग्न कारक योग उपस्थित होता है उसे राहु की अशुभता

लग्न कारक योग – राहु द्वारा निर्मित योग और उनका फल – बीसवां दिन – Day 20 – 21 Din me kundli padhna sikhe – lagn kaarak yog – raahu dvaara nirmit yog aur unaka phal – Beesavan Din Read More »

paribhaasha yog - raahu dvaara nirmit yog aur unaka phal

परिभाषा योग – राहु द्वारा निर्मित योग और उनका फल – बीसवां दिन – Day 20 – 21 Din me kundli padhna sikhe – paribhaasha yog – raahu dvaara nirmit yog aur unaka phal – Beesavan Din

जिस व्यक्ति की कुण्डली में राहु परिभाषा योग का निर्माण करता है। वह व्यक्ति राहु के कोप से मुक्त रहता है। यह योग जन्मपत्री में तब निर्मित होता है जब राहु लग्न में स्थित हो अथवा तृतीय, छठे या एकादश भाव में उपस्थित हो और उस पर शुभ ग्रहों की दृष्टि हो। राहु का परिभाषा

परिभाषा योग – राहु द्वारा निर्मित योग और उनका फल – बीसवां दिन – Day 20 – 21 Din me kundli padhna sikhe – paribhaasha yog – raahu dvaara nirmit yog aur unaka phal – Beesavan Din Read More »

ashtalakshmi yog - raahu dwara nirmit yog aur unka phal

अष्टलक्ष्मी योग – राहु द्वारा निर्मित योग और उनका फल – बीसवां दिन – Day 20 – 21 Din me kundli padhna sikhe – ashtalakshmi yog – raahu dwara nirmit yog aur unka phal – Beesavan Din

वैदिक ज्योतिष में राहु नैसर्गिक पापी ग्रह के रूप में जाना जाता है। इस ग्रह की अपनी कोई राशि नहीं है अत: जिस राशि में होता है उस राशि के स्वामी अथवा भाव के अनुसार फल देता है। राहु जब छठे भाव में स्थित होता है और केन्द्र में गुरू होता है तब यह अष्टलक्ष्मी

अष्टलक्ष्मी योग – राहु द्वारा निर्मित योग और उनका फल – बीसवां दिन – Day 20 – 21 Din me kundli padhna sikhe – ashtalakshmi yog – raahu dwara nirmit yog aur unka phal – Beesavan Din Read More »

baarahavaan khaana - chhaya grah rahu ke chakr

बारहवाँ खाना – छाया ग्रह राहु का चक्र – सत्रहवाँ दिन – Day 17 – 21 Din me kundli padhna sikhe – baarahavaan khaana – chhaya grah rahu ke chakr – Satrahavaan Din

‘गप्पबाज या शेखचिल्ली’, जैसा बुध का असर वैसा ही राहु का असर। मंगल यदि साथ बन रहा है तो शुभ होगा। ससुराल की हालत अच्छी होगी। सावधानी : फिजूल खर्ची से बचें। किसी से भी झगड़ा न करें। चोरी या गबन का न सोचें। ईर्ष्या न रखें। रसोई में बैठकर ही भोजन करें। झूठ न

बारहवाँ खाना – छाया ग्रह राहु का चक्र – सत्रहवाँ दिन – Day 17 – 21 Din me kundli padhna sikhe – baarahavaan khaana – chhaya grah rahu ke chakr – Satrahavaan Din Read More »

navam khana - chhaya grah rahu ke chakr

नवम खाना – छाया ग्रह राहु का चक्र – सत्रहवाँ दिन – Day 17 – 21 Din me kundli padhna sikhe – navam khana – chhaya grah rahu ke chakr – Satrahavaan Din

इसे पागलों का हकीम कहा जाता है। फकीर या साधु से संगत और पागलों की फिकर रखें तो उन पर फिजूल खर्च होगा। सावधानी : अपने से बड़े लोगों से विवाद न करें। घर में भट्टी न लगाएँ। दहलीज के नीचे से गंदे पानी की निकासी न करें। संयुक्त परिवार में ही रहें। ससुराल पक्ष

नवम खाना – छाया ग्रह राहु का चक्र – सत्रहवाँ दिन – Day 17 – 21 Din me kundli padhna sikhe – navam khana – chhaya grah rahu ke chakr – Satrahavaan Din Read More »

Scroll to Top