rahu ke saptam bhav mein - sabhee bhaavon ke kalsarp yog ka shubhaashubh vivaran va upaay

राहु के सप्तम भाव में – सभी भावों के कालसर्प योग का शुभाशुभ विवरण व उपाय – इक्कीसवाँ दिन – Day 21 – 21 Din me kundli padhna sikhe – rahu ke saptam bhav mein – sabhee bhaavon ke kalsarp yog ka shubhaashubh vivaran va upaay – Ikkeesavaan Din

राहु के सप्तम भाव में होने पर यह योग बनता हैं । यहाँ पर राहु अशुभ होने पर वैवाहिक विलम्ब, विवाह होने पर सुख में कमी रहती है। परिश्रम द्वारा ही धन मिलता हैं। लेकिन शुभ फल में चतुराई से लाभ होता हैं तथा लग्न का केतु चिङचिङा बना देता हैं। यदि केतु शुभ होगा तो आकस्मिक लाभ व लाटरी के द्वारा लाभ कराता है।

उपाय : लहसुनिया नग छोटी रिंग में चांदी में धारण करें और प्रत्येक शनिवार कुतो को दूध पिलाये।

राहु के सप्तम भाव में – सभी भावों के कालसर्प योग का शुभाशुभ विवरण व उपाय – rahu ke saptam bhav mein – sabhee bhaavon ke kalsarp yog ka shubhaashubh vivaran va upaay – इक्कीसवाँ दिन – Day 21 – 21 Din me kundli padhna sikhe – Ikkeesavaan Din

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