वास्तुअनुसार घर का ड्राइंग रूम
आपका ड्रॉइंग रूम आपके घर का वो सबसे महत्वपूर्ण कमरा होता है जहाँ पर आपके परिवार के सदस्य सबसे ज्यादा वक्त बिताते हैं। ड्रॉइंग रूम से आपके व्यक्तित्व की झलक देखने को मिलती है. माना जाता है की घर के ड्राइंग रूम को अगर वास्तु के अनुसार रखा जाय तो पूरे परिवार को पोसिटिव एनर्जी मिलती है. जानिये ड्राइंग रूम से जुड़े कुछ वास्तु टिप्स. ड्राइंग रूम में भारी वस्तुएं- जैसे फर्नीचर, शो-केस आदि दक्षिण-पश्चिम कोने यानी नैऋत्य कोण में रखनी चाहिए। ड्राइंग रूम या लिविंग रूम में दरवाजा पूर्व या उत्तर दिशा में होना चाहिए वास्तुअनुसार ये दिशाए ये बहुत शुभ मानी गयी है जिनसे घर में धन, उत्तम स्वास्थ्य आता है. ड्राइंग रूम में खिड़कियों की दिशा पूर्व या उत्तर दिशा में होनी चाहिए वास्तु अनुसार ये दिशाएं बहुत लाभकारी होती हैं। वास्तुशास्त्र में रंगो का विशेष महत्व बताया गया है इसीलिए ड्राइंग रूम की दीवारों को क्रीम, सफेद, हल्का भूरा, पीला या नीला रंग शुभ माना गया है। इसकी दीवारों के लिए हल्के आसमानी या हरे रंग भी उत्तम माने गए हैं। यदि ड्राइंग रूम वायव्य कोण यानी पश्चिम-उत्तर कोने पर बना है, तो हल्का स्लेटी, सफेद या क्रीम रंग का प्रयोग किया जाना चाहिए। ड्राइंग रूम के दरवाजे और खिड़कियों के लिए हरे, नीले, सुनहरे, मरून रंग के पर्दे शुभ माने जाते है. ड्राइंग रूम में अक्वेरियम या कृत्रिम पानी का फव्वारा उत्तर-पूर्व कोना यानी ईशान कोण में बढ़िया माना गया है। टी.वी. ड्राइंग रूम में अग्नि कोण यानी दक्षिण-पश्चिम कोने में रखा जा सकता है। वास्तुअनुसार ड्राइंग रूम में मेहमानो के बैठने की व्यवस्था दक्षिण-पश्चिम या उत्तर-पश्चिम कोने में होनी चाहिए और घर के मुखिया को दक्षिण-पश्चिमी कोने में बैठना चाहिए जिससे उसका चेहरा उत्तर या पूर्व दिशा की ओर होना चाहिए जो की शुभ होता है. ड्राइंग रूम या बैठक कमरे के पूर्वोत्तर कोने को हमेशा खाली और साफ सुथरा रखना चाहिए. वास्तु अनुसार यह ऐसा क्षेत्र है जो अधिकतम सौभाग्य को आकर्षित करता है। ”
ड्राइंग रूम का वास्तु – drawing room ka vastu – घर का वास्तु – ghar ka vastu