असाध्य रोगों का इलाज भी वास्तु में निहित है। बस वास्तु सम्मत तरीके से ये उपाय करें-
– बिस्तर के उत्तर-पश्चिम ओर, गद्दे के नीचे एक सफेद रूमाल रखा करें। बिस्तर पर सफेद चादर होनी चाहिए।
– नहाने के पानी में शहद की बुंद डालकर स्नान करें।
– कमरे की उत्तर-पूर्व दिशा में कोई जुते , चप्पल, कूड़ादान, आदि ना रखें।
– शाम पांच बजे के बाद दूध ना पीएं।
– सिर पूर्व दिशा में रखकर सोएं।
– अगर घर की उत्तर-पश्चिम दिशा में बगीचा है, तो वहां पर पीले फूलों का पौधा लगाएं।
– सवां पांच रत्ती का मोती रत्न पहनें।
– नाइट लैंप बिस्तर के बाएं या दाएं रखें।
– ग्यारह मुखी व तीन मुखी रूद्राक्ष धारण करें।
– रात को सोते समय अपनी टांगों के नीचे एक तकिया लगाकर उन्हें थोड़ा ऊंचा करें।
असाध्य रोगों का इलाज भी संभव है वास्तु से – asaadhy rogon ka ilaaj bhee sambhav hai vaastu se – वास्तु और स्वास्थ्य – vastu aur swasthya