– रात में झूठे बर्तन न रखें।
– संध्या समय पर खाना न खाएं और नही स्नान करें।
– शाम के समय घर में सुगंधित एवं पवित्र धुआ करें।
– दिन में एक बार चांदी के गिलास का पानी पीएं। इससे क्रोध पर नियंत्रण होता है।
– शयन कक्ष में मदिरापान नहीं करें। अन्यथा रोगी होने तथा डरावने सपनों का भय होता है।
– कंटीले पौधे घर में नहीं लगाएं।
– किचन में अग्रि और पानी साथ न रखें।
– अपने घर में चटकीले रंग नहीं कराये।
– घर में जाले न लगने दें, इससे मानसिक तनाव कम होता है।
– किचन का पत्थर काला नहीं रखें।
– भोजन रसोईघर में बैठकर ही करें।
– इन छोटे-छोटे उपायों से आप शांति का अनुभव करेंगे।
– घर में कोई रोगी हो तो एक कटोरी में केसर घोलकर उसके कमरे में रखे दें। वह जल्दी स्वस्थ हो जाएगा।
– घर में ऐसी व्यवस्था करें कि वातावरण सुगंधित रहे। सुगंधित वातावरण से मन प्रसन्न रहता है।