aapke ghar ka vastu aur unka pharneechar se sambandh part 4

आपके घर का वास्तु और उनका फर्नीचर से संबंध part 4 – वास्तु शास्त्र के अनुसार फर्नीचर – aapke ghar ka vastu aur unka pharneechar se sambandh part 4 – vastu shastra ke anusaar furniture

घर का फर्नीचर भी सही हालत में होना आवश्यक है। वास्तुविद पंडित दयानन्द शास्त्री ने बताया की वास्तु के अनुसार फर्नीचर में टूट-फूट अशुभ मानी जाती है। घर में वास्तु दोष होने से पैसों की कमी बनी रहती है, इसलिए इसका निवारण तुरंत करना चाहिए।
ऑफिस के लिए स्टील फर्नीचर का भी प्रयोग किया जा सकता है। ऑफिस में इसके इस्तेमाल से पॉजिटिव एनर्जी और पैसों का फ्लो बना रहता है।
जरुरत से ज्यादा कॉर्नर्स वाले फर्नीचर को शुभ नहीं माना जाता है। इसलिए कोशिश करें कि घर में कम से कम कॉर्नर फर्नीचर बनवाएं
फर्नीचर या फर्नीचर बनाने वाली लकड़ी किसी शुभ दिन ही खरीदें। कभी भी शनिवार, अमावस्या या फिर मंगलवार को न खरीदें।
घर में वुडवर्क का काम हमेशा साउथ या वेस्ट डायरेक्शन में शुरू करें और नार्थ-ईस्ट में खत्म। ऐसा करना घर के लोगों की तरक्की के लिए अच्छा माना जाता है।
फर्नीचर बनाने के लिए खरीदी लकड़ी को नॉर्थ, ईस्ट या नॉर्थ-ईस्ट डायरेक्शन में न रखें। इससे फर्नीचर बनाने की प्रोसेस में देरी हो सकती है और मनी फ्लो भी प्रभावित होगा।
ध्यान रखे कि फर्नीचर की लकड़ी किसी शुभ पेड़/वृक्ष (पॉज़िटिव ट्री) की हो। जैसे शीशम, चंदन, अशोका, सागवान, साल, अर्जुन या नीम। इससे बना फर्नीचर शुभ फल देने वाला होता है।

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