चूल्हा | Gas
वास्तुशास्त्र के अनुसार चूल्हा आग्नेय कोण या पूर्व में रखना चाहिए। ईशान कोण में चूल्हा नहीं रखना चाहिए यहाँ रखने से संतान कष्ट तथा धन एवं मान सम्मान की हानि होती है।
उत्तर दिशा में चूल्हा रखने से धन की कमी महशुश होती है इसका मुख्य कारण है कि उत्तर दिशा में कुबेर का स्थान है और कुबेर धन का कारक है उस स्थान पर चूल्हा होने से चूल्हा रूपी अग्नि धन को जला देती है।
चूल्हे को कभी भी दीवार से सटा कर नहीं रखना चाहिए।
पानी का नल / सिंक या वाश बेसिन | Sink / Wash Basin
वाश बेसिन रसोई घर का एक महत्त्वपूर्ण उपकरण है। बर्तन धोने के लिए या हाथ धोने के लिए वाश बेसिन का होना बहुत ही जरुरी होता है। सिंक के लिए ईशान कोण ( उत्तर पूर्व) दिशा सबसे शुभ होता है अतः इसी स्थान का चुनाव करना चाहिए।
भंडारण | Store
रसोईघर में प्रयोग होने वाले खाद्य पदार्थ आटा, चावल दाल आदि पश्चिम अथवा दक्षिण दिशा में रखना चाहिए। इस दिशा में आलमारी भी बना सकते है।ऐसा करने से कभी खाने वाली वस्तुओं की कमी नहीं होती बल्कि बरकत होती है।
रसोईघर के लिए वास्तु टिप्स 1 – rasoi ghar ke liye vastu tips 1 – वास्तु शास्त्र के अनुसार रसोईघर – vastu shastra ke anusaar rasoighar