उत्तर दिशा को वास्तु शास्त्र के अनुसार धन के देवता कुबेर का स्थान माना जाता है। उत्तर दिशा का प्रभाव गृहस्वामी के धन की सुरक्षा और समृद्धि देने वाला माना जाता है। मतलब वास्तु शास्त्र के अनुसार गृहस्वामी को अपने नकद धन को उत्तर दिशा में रखना चाहिए। नकद धन के लिए अलग से कमरा बनाना आज के जमाने में तो संभव नहीं है। यह तो सिर्फ पुराने जमाने में राजे रजवाड़ो के लिए संभव था। इसलिए गृहस्थ को अपना धन उत्तर दिशा के बेडरुम में रखना चाहिये। नकद, गहनों एवं अन्य किमती चीजों को उत्तर दिशा में किसी स्थान पर रखना बहुत शुभ फल देने वाला होता हैं लेकिन उत्तर दिशा के पूजा स्थान के आसपास मे इसका स्थान उत्तम होता है धन को इस स्थान पर रखने से धन में तेजी से वृद्धि होने लगती है। इसमें एक अलग मत और भी है कुछ वास्तुशास्त्रीयों के अनुसार नकद धन को उत्तर में रखना चाहिए और रत्न, आभुषण आदि दक्षिण में रखना चाहिये। ऐसा इसलिए माना जाता है क्योंकि नकद धन आदि हल्के होते है इसलिए इन्हे उत्तर दिशा में रखना वृद्धिदायक माना जाता है। रत्न आभुषण में वजन होता है इसलिए उन्हे कहीं भी नहीं रखा जा सकता है। इसके लिए तिजोरी या अलमारी की आवश्कता होती है और ये काफी भारी होती है। इसलिए दक्षिण दिशा में रख उसमें आभुषण आदि रखने को उतम माना जाता है।
सही दिशा में रखें धन तो होगी तेजी से वृद्धि – sahee disha mein rakhen dhan to hogee tejee se vrddhi – वास्तु शास्त्र के अनुसार घर – vastu shastra ke anusar ghar