यदि घर में कोई वास्तुदोष हो और आपको समझ नहीं आ रहा है कि उस वास्तुदोष से कैसे निपटा जाए तो आप केवल अपने मकान के मुंह की दिशा के अनुसार बाहरी दिवारों पर पेंट करवाकर अपने घर के वास्तुदोष को कम कर सकते हैं।
यदि आपका घर पूर्वमुखी हो तो फ्रंट में लाल, मेहरून रंग करें।
पश्चिममुखी हो तो लाल, नारंगी, सिंदूरी रंग करें।
उत्तरामुखी हो तो पीला, नारंगी करें।
दक्षिणमुखी हो तो गहरा नीला रंग करें।किचन में लाल रंग।बेडरूम में हल्का नीला, आसमानी। ड्राइंग रूम में क्रीम कलर
पूजा घर में नारंगी रंग।
शौचालय में गहरा नीला।
फर्श पूर्ण सफेद न हो क्रीम रंग का होना चाहिए।
छोटे उपाय जिनसे होगा बढ़ा लाभ
क्या आप घर के वास्तुदोष से परेशान है?
वास्तुदोष के कारण ही घर में कोई ना कोई समस्या हमेशा बनी रहती है। घर के सही वास्तु का मतलब ये कतई नहीं है, कि घर में तोड़-फोड़ ही कि जाए। घर के वास्तु में कुछ छोटे-छोटे परिवर्तन ऐसे होते हैं जिनको अपनाने से आप बड़ा लाभ पा सकते हैं।
– घर में अगर झगड़ा ज्यादा हो तो कैक्टस या कांटे वाले पौधे निकाल दें।
– मंदिर सदैव ईशान कोण में ही रखें।
– अलमारी को कभी दक्षिण मुखी न रखे।
– घर अगर दक्षिणमुखी हो तो फ्रंट में नीला रंग रखें।
– घर में कोई ज्यादा बीमार होता हो तो एक कटोरी में केशर घोल कर रखें।
– घर में बरकत न हो तो गणपति को घर में स्थापित करें।
– घर के मुख्य दरवाजे पर गणेश का बांयी सूण्ड वाला चित्र लगाएं।
घर की बाहरी रंगत करेगी वास्तुदोष दूर – ghar kee baaharee rangat kare gee vastu dosh door – वास्तुदोष निवारण – vastu dosh nivaran