आप किसी के घर जाते हैं और चंद मिनट वहाँ बैठने पर आपको घबराहट-सी महसूस होने लगती है। ऐसे समय आपको लगता है कि आपकी तबीयत गड़बड़ा रही है मगर यह आपका नहीं उस घर की तरंगों का दोष होता है। हमारी कुंडली के ग्रहों की तरह प्रत्येक घर में भी अच्छे-बुरे ग्रहों का प्रभाव झलकता है।
यदि किसी घर में छोटी-बड़ी बातों पर विवाद उठ खड़ा होता है, बच्चे बड़ों का अपमान करते हों, मन में भारीपन-सा रहे, छोटी-बड़ी बातें भी बड़े-बड़े विवादों का रूप ले लेती हों, बच्चों व बड़ों का ‘परफार्मेंस’ उनकी क्षमतानुसार न हो पाए तो ऐसे घरों में अकसर शनि व राहु की नकारात्मक तरंगों का प्रभाव होता है।
क्या करें –
1. घर के माहौल को शांतिमय रखें।
2. घर में हमेशा खुशबू (चंदन-कपूर) का प्रयोग करें।
3. घर के अंदर व बाहर तुलसी तथा मौसमी फूलों के पेड़ लगाएँ।
4. सुबह-शाम सामूहिक पूजा व आरती जरूर करें।
5. घर में लोहे के फर्नीचर, वस्तुओं का उपयोग न करें।
6. पढ़ते समय पानी की कटोरी सामने भरकर रखें।
7. राई-लौंग-राजमा-उड़द का प्रयोग कम करें।
8. रबर का इस्तेमाल कम करें।
9. महीने में एक या दो बार उपवास रखें व दान करें।
10. मछलियों की सेवा करें।
क्या आपका घर भी है राहु-शनि का घर? – kya aapaka ghar bhee hai raahu-shani ka ghar? – वास्तुदोष निवारण – vastu dosh nivaran