वास्तुशास्त्र में सरकारी व स्वरोजगार के क्षेत्र में अनेक संभावनाएं हैं! देश के कई विश्वविद्यालयों में वास्तुशास्त्र को पाठ्यक्रम भी निर्धारित हैं, जहां पर प्रोफेसर पद के लिए भी कैरियर की प्रबल संभावनाएं हैं! वास्तुशास्त्र में उपाधि लेने के बाद आप अध्यापन के क्षेत्र में जा सकते हैं! आप अपना व्यवसाय भी कर सकते हैं! आधुनिकता से पैदा होने वाली चुनौतियों के बावजूद लोग अपने घरों का निर्माण वास्तु नियमों के अनुरूप कराना चाहते हैं,इसके कारण स्वरोजगार की संभावनाएं बढ़ गई हैं! बारहवीं और स्नातक के बाद आप वास्तु से जुड़े विभिन्न पाठ्यक्रमों में प्रवेश लेकर अपने कैरियर को नई दिशा दे सकते हैं!
रोजगार के अवसर – rojgar ke avsar – वैदिक वास्तु शास्त्र – vedic vastu shastra