नवम व तीसरे भाव में कालसर्प योग बननें से भाग्योन्नति में विघ्न, बाधाएँ होती हैं, धन का अपव्यय होता हैं, कोई विश्वासघात करता हैं। लेकिन शुभ योग होने पर माँ भगवती की कृपा मिलती है तथा धन लाभ भी होता है।
उपाय : लहसुनिया नग(कैट आई) सबसे छोटी रिंग में धारण करें व दुर्गा चालीसा का रोज पाठ करें।