navam va teesre bhav mein - sabhee bhaavon ke kaal sarp yog ka shubhaashubh vivaran va upaay

नवम व तीसरे भाव में – सभी भावों के कालसर्प योग का शुभाशुभ विवरण व उपाय – इक्कीसवाँ दिन – Day 21 – 21 Din me kundli padhna sikhe – navam va teesre bhav mein – sabhee bhaavon ke kaal sarp yog ka shubhaashubh vivaran va upaay – Ikkeesavaan Din

नवम व तीसरे भाव में कालसर्प योग बननें से भाग्योन्नति में विघ्न, बाधाएँ होती हैं, धन का अपव्यय होता हैं, कोई विश्वासघात करता हैं। लेकिन शुभ योग होने पर माँ भगवती की कृपा मिलती है तथा धन लाभ भी होता है।

उपाय : लहसुनिया नग(कैट आई) सबसे छोटी रिंग में धारण करें व दुर्गा चालीसा का रोज पाठ करें।

नवम व तीसरे भाव में – सभी भावों के कालसर्प योग का शुभाशुभ विवरण व उपाय – navam va teesre bhav mein – sabhee bhaavon ke kaal sarp yog ka shubhaashubh vivaran va upaay – इक्कीसवाँ दिन – Day 21 – 21 Din me kundli padhna sikhe – Ikkeesavaan Din

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