nav pancham ka parihaar

नव पंचम का परिहार – नौवां दिन – Day 9 – 21 Din me kundli padhna sikhe – nav pancham ka parihaar – Nauvan Din

नव पंचम दोष का परिहार भी शास्त्रों में दिया गया है। जब वर-वधु की चंद्र राशि एक-दूसरे से 5/9 अक्ष पर स्थित होती है तब नव पंचम दोष माना जाता है। नव पंचम का परिहार निम्न से हो जाता है।

– यदि वर की राशि से कन्या की राशि पांचवें स्थान पर पड़ रही हो और कन्या की राशि से लड़के की राशि नवम स्थान पार पड़ रही हो तब यह स्थिति नव-पंचम की शुभ मानी गई है।

– मीन/कर्क, वृश्चिक/कर्क, मिथुन/कुंभ और कन्या/मकर यह चारों नव-पंचम दोषों का त्याग करना चाहिए।

– यदि वर-वधु की कुंडली के चंद्र राशिश या नवांशपति परस्पर मित्र राशि में हो तब नव-पंचम का परिहार होता है।

नव पंचम का परिहार – nav pancham ka parihaar – नौवां दिन – Day 9 – 21 Din me kundli padhna sikhe – Nauvan Din

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