chandr ka gyarahve bhav mein phal - kundali ke vibhinn lagn mein chandrama ka manushya par prabhaav va dosh nivaaran

चन्द्र का ग्यारहवें भाव में फल – कुंडली के विभिन्न लग्न में चंद्रमा का मनुष्‍य पर प्रभाव व दोष निवारण – पहला दिन – Day 1 – 21 Din me kundli padhna sikhe – chandr ka gyarahve bhav mein phal – kundali ke vibhinn lagn mein chandrama ka manushya par prabhaav va dosh nivaaran – Pahla Din

यह घर बृहस्पति और शनि से पूरी तरह प्रभावित होता है। इस घर में स्थित हर ग्रह अपने शत्रु ग्रहों और उनके साथ जुडी बातों को नष्ट कर देता है। इस प्रकार यहां स्थित चंद्रमा अपने शत्रु केतू की चीजों को नष्ट कर देता है जैसे जातक के बेटे आदि को। यहां चंद्रमा को अपने शत्रुओं शनि और केतू की संयुक्त शक्ति का सामना करना पडता है, जिससे चंद्रमा कमजोर होता है। ऐसे में यदि केतू चौथे भाव में स्थित है तो जातक की मां का जीवन खतरे में पडेगा। बुध से जुडे व्यापार भी हानिप्रद साबित होंगे। शनिवार के दिन से घर का निर्माण या घर की खरीदी चंद्रमा के शत्रु को बलवान बनाते हैं जो जातक के लिए विनाशकारी साबित होगा। आधी रात के बाद कन्यादान और शुक्रवार के दिन किसी भी शादी समारोह में शामिल होना जातक के भाग्य को नुकसान पहुंचाएगा।

उपाय

1. भैरव मंदिर में दूध बांटे और दूसरों को उदारतापूर्वक दूध का दान करें।

2. सुनिश्चित करें कि दादी अपने पोते को न देखने पाए।

3. दूध पीने से पहले सोने के एक टुकड़े को आग में गरम करें और दूध के गिलास में डालकर बुझाएं, इसके बाद दूध पिएं।

4. 125 पीस पेड़े (मिठाइयां) नदी में बहाएं।

चन्द्र का ग्यारहवें भाव में फल – कुंडली के विभिन्न लग्न में चंद्रमा का मनुष्‍य पर प्रभाव व दोष निवारण – chandr ka gyarahve bhav mein phal – kundali ke vibhinn lagn mein chandrama ka manushya par prabhaav va dosh nivaaran – पहला दिन – Day 1 – 21 Din me kundli padhna sikhe – Pahla Din

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