फेंगशुई के अनुसार बुद्धा की मुर्ति आज के इस युग में सुख का पर्याय मानी गई है। इस मुर्ति को अधिकतर घर में मुख्यद्वार के सामने लॉबी या बैठक कक्ष में रखी जा सकती है।
– मूर्ति का मुंह हमेशा मुख्यद्वार के सामने होना चाहिए और कुछ ऊंचाई वाले स्थान पर ऐसे स्थापित करें कि यह प्रवेश करते ही दिखाई दें।
– यह सकारात्मक ऊर्जा का प्रतीक होती है। उसका हंसता हुआ चेहरा ऊर्जा का प्रतीक है।
– इस मूर्ति को शयनकक्ष, रसोईघर, बाथरुम, और शौचघर में नहीं रखा जाता।
– हंसते हुए बुद्धा की विशेष मान्यता है कि इसे खरीदना नहीं चाहिए, उपहार में मिले तो अच्छा है।
– लाफिंग बुद्धा को घर में रखना सौभाग्य प्रसिद्धि और संतुष्टी का सूचक है। इसे देखते ही चेहरे पर मुस्कुराहट आ जाती है।
– वुलू के साथ लिए लॉफिंग बुद्धा कई रंगों में मौजुद है, लेकिन यह सबसे ज्यादा महरुन रंग में पसंद किए जाते हैं। इनकी पीठ पर लटक रही छड़ी में दौलत की गठरी भी है।
– लॉफिंग बुद्धा घर में अच्छा भाग्य और सेहत का प्रतीक है। बुद्धा कभी भी घर के लोगों को परेशान नहीं होने देता , बल्कि परेशानियों को खुशियों में बदल देता है। क्या आप तनाव से परेशान हैं?
यदि आप घर में बहुत ज्यादा मानसिक दबाव महसुस करते हैं छोटी- छोटी बातों पर आपको टेंशन हो जाता है। सोते वक्त कुछ विशेष वास्तु नियमों का जरूर ध्यान रखें।
– यदि सोते समय शरीर का कोई अंग दर्पण में दिखाई देता है, तो उस अंग में पीड़ा होने लगती है। इस तरह सोने से बचें।
– बेड को दीवार से सटाकर ना लगाएं।
– यदि बक्से वाला बेड हो तो कोशिश करें कि उसमें कम से कम सामान रहे।
– सोते समय सिर या पैर किसी भी दरवाजे की ठीक सीध में नहीं होने चाहिए। इससे मानसिक दबाव बनता है।
– घर के सदस्यों की दीर्घायु के लिए स्फटिक का बना हुआ एक कछुआ घर में पूर्व दिशा में रखें।
– मछलियों के जोड़े को घर में लटकाना बहुत शुभ एवं सौभाग्यदायक माना जाता है। इनके प्रभाव से घर में धन की बरकत और कार्यक्षेत्र में उन्नति होती है। इन्हें बृहस्पतिवार अथवा शुक्रवार को घर में टांगना शुभ होता है।
सेहत और भाग्य के लिए घर में लाएं बुद्धा – sehat aur bhaagy ke lie ghar mein laen buddha – वास्तुदोष निवारण – vastu dosh nivaran