नरेन्द्र मोदी का जन्म अनुराधा नक्षत्र में हुआ, जो उन्हें भ्रमणशील बनाता है। चन्द्र की स्थिति दूसरों के लिए कार्य करने की प्रेरणा वाला गुण देती है।
सूर्य उन्हें उच्च स्थान पर लाया है। गुजरात मुख्यमंत्री के पद पर से आज देश के प्रधानमंत्री के पद पर बैठना सूर्य का ही सकारात्मक प्रभाव है।
बुध कष्टों को हरता है व सन्मार्ग पर चलने वाला गुण प्रदान करता है। गुरु धार्मिक प्रवृत्ति का स्वभाव देता है, साथ ही संतों व विद्वानों का सम्मान करने वाला स्वभाव देता है।
शुक्र ने पारिवारिक (पत्नी) सुख तो दिया, परंतु देश के प्रति समर्पित होने वाला स्वभाव दिया।
सिंह राशि का शुक्र कुंडली के दशम भाव में विराजमान होने से वे बुद्धिमानी व पराक्रमी हैं। उनका स्वभाव वाणी की चतुराई से अपना प्रभाव छोड़ने वाला है।
शनि ने नरेन्द्र मोदी को शनै:-शनै: सुख प्रदान किया। राहु भी स्त्री से दूरी बनाता है। केतु के 11वें भाव में होने से विद्वान, भाग्यवान और ओजस्वी बनाता है।
मोदी के सितारे कहते हैं कि मोदी का प्रभाव नई पीढ़ी पर पड़ेगा अर्थात नई तकनीक व नई उन्नति का भाग्य बन रहा है। प्रधानमंत्री के भाग्य-सितारे विश्व को अपनी ओर आकर्षित करने अर्थात झुकाने की क्षमता वाला रहेंगे।
गुरु किसी भी कार्य को पूर्ण करने की क्षमता प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को देता है।
सितंबर 2016 में कुछ नए कार्य होंगे। अक्टूबर-नवंबर 2016 देश के लिए कुछ नए समझौते व उन्नति वाले कार्य कराएगा। दिसंबर 2016 में विपक्ष से आपत्ति व विरोध का सामना हो सकता है।
जनवरी 2017 विदेश में भारत की नई छवि बनाने वाला होगा। फरवरी-मार्च 2017 में राजनीति में विपक्ष की कुछ नामी हस्तियां मोदी के साथ आ सकती हैं। अप्रैल 2017 में कुछ कष्ट आ सकता है। मई 2017 में देश में आपत्ति के लिए आप पर विपक्ष हावी रहेगा।
मई 2017 में देश में आपत्ति के लिए आप पर विपक्ष हावी रहेगा। जुलाई 2017 प्रधानमंत्री के भाग्य को ऊंचाई की ओर ले जाएगा। वर्तमान में देश की उन्नति व भाग्योदय के लिए प्रधानमंत्री को शिव-शक्ति की आराधना करना चाहिए।