अब हम आपको एक ऐसे अविश्वसनीय भयानक और खतरनाक क्षेत्र के अंदर लेकर चलते है; जो हजारों-हजार साल से विश्व के मानव समाज में व्याप्त रहा है और आज भी हर दूसरा –तीसरा परिवार इसका रोना रो रहा है।
आखिर ये क्या है? इनका सच क्या है?
हम आज इसका सच बताने जा रहे हैं। हम आपको उस भयानक खतरे से आगाह कराने जा रहे है; जो आपके आस-पास है और आपकी दृष्टि में वह झूठ और अंधी आस्था है। यह अज्ञानता आपको किसी भी समय खतरे में डाल सकती है।
सराकर, क़ानून और बौद्धिक जगत इन क्रियाओं को नहीं मानता; क्योंकि उसकी समझ में कोई वैज्ञानिक आधार या तर्क नहीं आता कि हवन करके, मन्त्र पढके, एक बूँद कोई चीज देकर किसी के मन, मस्तिष्क और प्राणों से कैसे खेला जा सकता है? कैसे कोई व्यक्ति किसी के घर में कुछ फेंक कर वहाँ कलह आदि करवा सकता है।
लेकिन सत्य चौंकाने वाला ही नहीं हत प्रभ करनेवाला है। वह अत्यंत भयानक भी है; क्योंकि इसमें टारगेट को पता ही नहीं चलता कि क्या हुआ और वह बर्बाद हो जाता है।
कैसे? क्या यह सम्भव है ? इसका वैज्ञानिक आधार क्या है?
अभिचार कर्म के कई वर्ग है। हम एक-एक कर उसे समझेंगे।
ऐसा होता है। इसको समझने की कोशिश करेंगे, तो भय लगेगा।
बहुत कम लोगों को मालूम है कि तन्त्र शास्त्र का एक विशाल रसायन विज्ञान है।