सूर्यनमस्कार के लाभ
सूर्यनमस्कार पूरे शरीर का एक लयबद्ध व्यायाम है। इसका नियमित अभ्यास शरीर के सभी अंगो और संस्थानों को सक्रिय और सशक्त बनाता है। यह विशेष रूप से पाचन संस्थान एवं अत: स्रावी संस्थान को प्रभावित करता है जिसका प्रभाव इन्सुलिन का स्राव करने वाली अग्नाशय ग्रंथि पर भी पड़ता है। इसके अतिरिक्त यह शरीर के रक्त संसार को उन्नत करता है तथा स्त्रियों के प्रदर रोग को दूर करते हुए गर्भाशय को सबल बनाता है । यह शरीर की अतिरिक्त वसा इसके लगातार अभ्यास से कम हो जाती है तथा मोटापा दूर हो जाता है जो मधुमेह का एक बड़ा कारण है। इसके नियमित अभ्यास से तनाव दूर होकर व्यक्ति की स्थिरता, एकाग्रता व आत्मविश्वास में वृद्धि होती है।
