janam kundali

kya hai damaruka yoga?

क्या है दमरुका योग? – इन्द्रजाल में कैसे करें वशीकरण – kya hai damaruka yoga? – indrajaal mein kaise karen vashikaran

जन्म पत्रिका के यह सबसे असहनीय योगों में से एक है। प्राय: इस योग की चर्चा नहीं की जाती। यह एक ऐसा योग है, जिसको जानने के बाद व्यक्ति भयभीत हो जाता है। इसलिए प्राय: इस योग की सार्वजनिक चर्चा नहीं की जाती।इस योग में जन्म पत्रिका का अष्टम भाव कारक होता है। पत्रिका के […]

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kya hota hai

क्या होता है, मृत्यु योग? – इन्द्रजाल में कैसे करें वशीकरण – kya hota hai, mrityu yog? – indrajaal mein kaise karen vashikaran

भयभीत होने की आवश्यकता नहीं यह मृत्यु योग वह नहीं है, यह तो एक मुहूर्त का योग है। इस योग में कोई शुभ कार्य शुरू नहीं किया जाता। इस मुहूर्त में शुरू किया कार्य पूर्ण नहीं होता तथा मृत्यु तुल्य कष्ट देता है।यह योग दो प्रकार का होता है। जो नक्षत्र एवं वार के संयोग

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mahaalakshmee yog - aapakee kundalee mein shubh yog

महालक्ष्मी योग – आपकी कुंडली में शुभ योग – सत्रहवाँ दिन – Day 17 – 21 Din me kundli padhna sikhe – mahaalakshmee yog – aapakee kundalee mein shubh yog – Satrahavaan Din

धन और एश्वर्य प्रदान करने वाला योग है। यह योग कुण्डली में तब बनता है जब धन भाव यानी द्वितीय स्थान का स्वामी बृहस्पति एकादश भाव में बैठकर द्वितीय भाव पर दृष्टि डालता है। यह धनकारक योग माना जाता है। महालक्ष्मी योग – आपकी कुंडली में शुभ योग – mahaalakshmee yog – aapakee kundalee mein

महालक्ष्मी योग – आपकी कुंडली में शुभ योग – सत्रहवाँ दिन – Day 17 – 21 Din me kundli padhna sikhe – mahaalakshmee yog – aapakee kundalee mein shubh yog – Satrahavaan Din Read More »

janma kundali milan kaise ho?

जन्म कुंडली मिलान कैसे हो?जन्मकुंडली मिलान कैसे हो? – चौदहवां दिन – Day 14 – 21 Din me kundli padhna sikhe – janma kundali milan kaise ho? – Chaudahavaan Din

जन्मकुंडली मिलान करने के लिए कम से कम आधे घंटे का समय चाहिए । यदि ज्योतिषाचार्य आपको पांच मिनट में कुंडली मिलान करके दे देते हैं तो यह चिंता का विषय है । कैसे आइये जानते हैं । – सबसे पहले जन्म लग्न से जातक जातिका के चरित्र का पता चलता है । चरित्र सबसे

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kundalee ke liye aavashyak kaarak

कुंडली के लिये आवश्यक कारक – ग्यारहवाँ दिन – Day 11 – 21 Din me kundli padhna sikhe – kundalee ke liye aavashyak kaarak – Gyarahavaan Din

कुंडली को बनाने के लिये जो मुख्य कारक सामने लाये जाते है उनके अनुसार पहला जन्म का समय, दूसरा जन्म की तारीख, तीसरा जन्म का महिना चौथा जन्म की साल और पांचवा जन्म का स्थान, इन पांच कारकों को शुद्ध देखना जरूरी होता है, इन पांच कारकों में एक के भी अशुद्ध होने से या

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janm kee taareekh

जन्म की तारीख – ग्यारहवाँ दिन – Day 11 – 21 Din me kundli padhna sikhe – janm kee taareekh – Gyarahavaan Din

जन्म की तारीख का उपयोग चन्द्रमा की सही राशि के बारे में और उसके अंशो के अनुसार नक्षत्र का जानना तथा नक्षत्र के पाये का जानना बहुत जरूरी होता है। जन्म की तारीख – janm kee taareekh – ग्यारहवाँ दिन – Day 11 – 21 Din me kundli padhna sikhe – Gyarahavaan Din

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kundalee milaan kyon aur kaise ?

कुंडली मिलान क्यों और कैसे ? – सातवाँ दिन – Day 7 – 21 Din me kundli padhna sikhe – kundalee milaan kyon aur kaise ? – Saatavaan Din

ज्योतिष का सामान्य ज्ञान हर व्यक्ति को यदि हो तो एक ज्योतिषी से बात करते ही आपको पता चल जाएगा कि सामने वाले व्यक्ति को कितना ज्ञान है । फिर अनुभवी विद्वान् की हर बात में किसी न किसी तरह का Logic अवश्य होगा । चाहे आपके पास विवाह तय करने के लिए समय हो

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kundali ka falkathan

कुंडली का फलकथन – दूसरा दिन – Day 2 – 21 Din me kundli padhna sikhe – kundali ka falkathan – Doosara Din

फलकथन की चर्चा करते हैं, भाव तथा ग्रह के अध्ययन के बाद जन्म् कुंडली के फलित करने का प्रयास करें। पहले भाव से लेकर बारहवें भाव तक के फलों को देखें कि कौन सा भाव क्या देने में सक्षम है। कौन सा भाव क्या देता है और वह कब अपना फल देगा यह जानने का

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shaadee-mein-kundalee-milaane-ka-kya-arth-hain

शादी में कुंडली मिलाने का क्या अर्थ हैशादी में कुंडली मिलाने का क्या अर्थ हैं – पहला दिन – Day 1 – 21 Din me kundli padhna sikhe – shaadee mein kundalee milaane ka kya arth hain – Pahla Din

कुंडली मिलाना अर्थात् ज्योतिष विज्ञान का अध्ययन करना। ज्योतिष विज्ञान के अंतर्गत लड़का और लड़की के जन्म स्थान, जन्म दिनांक और अन्य जानकारियों के आधार पर कुंडली बनाई जाती हैं और फिर दोनों की कुंडलियों का अध्ययन करके ये पता लगाने की कोशिश की जाती हैं कि उनके भावी जीवन में परस्पर सामंजस्य होगा या

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janma kundali mein bhav

जन्म कुंडली में भाव – पहला दिन – Day 1 – 21 Din me kundli padhna sikhe – janma kundali mein bhav – Pahla Din

जन्म कुंडली में बारह भाव होते हैं और हर भाव में एक राशि होती है। कुँडली के सभी भाव जीवन के किसी ना किसी क्षेत्र से संबंधित होते हैं। इन भावों के शास्त्रो में जो नाम दिए गए हैं वैसे ही इनका काम भी होता है। पहला भाव तन, दूसरा धन, तीसरा सहोदर, चतुर्थ मातृ,

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