bachchon ka room - vaastu dosh nivaaran

बच्चों का रूम – वास्तु दोष निवारण – वास्तु दोष निवारण – bachchon ka room – vaastu dosh nivaaran – vastu dosh nivaran

वास्तु दोष निवारण बच्चों का रूम
बच्चों का कमरा बनवाते समय वास्तु अनुसार 'लड़की' का कमरा दक्षिण दिशा में बनवाना बहुत ही शुभ माना जाता है। बच्चों का कमरा बनवाते समय वास्तु अनुसार 'लड़के' का कमरा पश्चिम दिशा में बनवाना गुड लक का प्रतिक माना जाता है। वास्तु अनुसार बच्चो के कमरे में इस्तेमाल किए जाने वाले फर्नीचर कभी भी दीवार से सटे नहीं होने चाहिए। ऐसा होने से कमरे में नकरात्मक ऊर्जा का प्रभाव पड़ता है। पलंग का सिरहाना हमेशा पूर्व दिशा की ओऱ होना चाहिए। जिससे वास्तु दोष दूर ही बना रहता है और जीवन में खुशहाली रहती दिखाई पड़ती है। बच्चों के कमरे में वास्तु अनुसार ईशान कोण को पढ़ाई करने के लिए अधिक शुभ माना जाता है। लेकिन ध्यान रहे कि ईशान कोण की तरफ कभी भी कोई भारी सामान न रखे। खिड़कियों के लिए उत्तर या पूर्व दिशा बेहतर रहती है जिससे बच्चो के विचारो में हमेशा सकरात्मक विचारो का वास होता है। बच्चे के कमरे में स्टडी टेबल को उत्तर या पूर्व दीवार पर बनवाने से सकरात्मक ऊर्जा का वास होता है और इससे बच्चा अपने जीवन के हर लक्षय को प्राप्त करता है। आप अपने बच्चे के कमरे में एक ब्लैकबोर्ड लगवा लें जो कि उत्तर या पूर्व दिशा की तरफ में हो। जिससे बच्चा उस ब्लैकबोर्ड पर अपनी ड्राइंगस, चित्र आदि जब भी दिल चाहे बना सकता हैं। साथ ही ऐसा करने से बच्चो का कमरा भी साफ सुथरा बना रहेगा। बच्चों के कमरे का फर्नीचर इस प्रकार बनवाएं कि उनकी ऊंचाई बढ़ाई या घटाई जा सके। साथ ही बच्चो के कमरे की एक ऐसी योजना तैयार करे जिसमें बच्चे के सर्वागीण विकास के लिए उचित वातावरण तैयार हो सके। बच्चों के कमरे में प्रयोग होने वाली लाइटिंग न तो बहुत अधिक तेज हो और न ही बहुत अधिक धीमी। ”

बच्चों का रूम – वास्तु दोष निवारण – bachchon ka room – vaastu dosh nivaaran – वास्तु दोष निवारण – vastu dosh nivaran

 

Tags: , , , , , , , , , , , , , , ,

Leave a Comment

Scroll to Top