चतुर्थ भाव में गुलिक का फल शुभ नहीं माना गया है क्योकि इस भाव में गुलिक की उपस्थिति से व्यक्ति अस्वस्थ रहता है। इसे वात संबंधी विकार और पित्त संबंधी रोग होने की संभावना अधिक रहती है। ऎसा व्यक्ति दूसरों के लिए खुशी-खुशी त्याग करता है। सदा ही किसी ना किसी पाप कर्म में लिप्त भी रहता है इसलिए गलत तरीकों से ज्यादा धनार्जन करता है।
चतुर्थ भाव में गुलिक अथवा मांडी का फल – जन्म कुंडली के भावों में मांदि अथवा गुलिक का प्रभावचतुर्थ भाव में गुलिक अथवा मांदि का फल – जन्म कुंडली के भावों में मांदि अथवा गुलिक का प्रभाव – chaturth bhav mein gulika athava maandi ka phal – janm kundli ke bhaavon mein maandi athava gulik ka prabhaav – सोलहवां दिन – Day 16 – 21 Din me kundli padhna sikhe – Solahavaan Din