teesare bhav mein gulik ka phal - janm kundli ke bhavon mein maandi athava gulik ka prabhaav

तीसरे भाव में गुलिक का फल – जन्म कुंडली के भावों में मांदि अथवा गुलिक का प्रभाव – सोलहवां दिन – Day 16 – 21 Din me kundli padhna sikhe – teesare bhav mein gulik ka phal – janm kundli ke bhavon mein maandi athava gulik ka prabhaav – Solahavaan Din

जन्म लग्न के तीसरे भाव में गुलिक अथवा मांदि के स्थित होने पर व्यक्ति अत्यधिक आकर्षक होता है। ऎसा व्यक्ति अपने गाँव अथवा समाज का मुखिया होता है। यह सदाचार का पालन करने वाला व सदगुणों से युक्त होता है। यह राजा का प्रिय भी होता है और अपने सदा अच्छी बातों का पालन करने वाला होता है। तीसरे भाव में गुलिक की उपस्थिति से व्यक्ति अत्यधिक आत्म विश्वासी होता है। ऎसा व्यक्ति अपनी खुद की तारीफ भी करता रहता है। ऎसा व्यक्ति हर प्रकार से धन कमाने में खुद को व्यस्त रखता है। इसे थोड़ा सा लापरवाह भी कहा जा सकता है और यह निडर भी होता है।

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