गीदड़ स्वभाव वाला कुत्ता। दयालु, परोपकारी, मधुर भाषी लेकिन चिंतित। केतु ग्यारह के समय शनि यदि तीसरे भाव में है तो राजा के समान जीवन व्यतीत होगा।
सावधानी : माता का ध्यान रखें और शनि तथा शुक्र का उपाय करें।
गीदड़ स्वभाव वाला कुत्ता। दयालु, परोपकारी, मधुर भाषी लेकिन चिंतित। केतु ग्यारह के समय शनि यदि तीसरे भाव में है तो राजा के समान जीवन व्यतीत होगा।
सावधानी : माता का ध्यान रखें और शनि तथा शुक्र का उपाय करें।