जन्म लग्न के तीसरे भाव में गुलिक अथवा मांदि के स्थित होने पर व्यक्ति अत्यधिक आकर्षक होता है। ऎसा व्यक्ति अपने गाँव अथवा समाज का मुखिया होता है। यह सदाचार का पालन करने वाला व सदगुणों से युक्त होता है। यह राजा का प्रिय भी होता है और अपने सदा अच्छी बातों का पालन करने वाला होता है। तीसरे भाव में गुलिक की उपस्थिति से व्यक्ति अत्यधिक आत्म विश्वासी होता है। ऎसा व्यक्ति अपनी खुद की तारीफ भी करता रहता है। ऎसा व्यक्ति हर प्रकार से धन कमाने में खुद को व्यस्त रखता है। इसे थोड़ा सा लापरवाह भी कहा जा सकता है और यह निडर भी होता है।