धैर्यवान, बुद्धि से काम लें तो अशुभ असर से बचने के रास्ते मिलते जाएँगे।
सावधानी : व्यर्थ का झगड़ा मोल न लें। मित्रों से विवाद न करें। भाइयों का ध्यान रखें। रीढ़ संबंधी बीमारी से बचें। बिना सोचे-समझे दूसरे की सलाह न लें। मकान का प्रवेश द्वार दक्षिण में न रखें। व्यर्थ का सफर न करें।