क्या जमीन में तांबे की तार या रत्न गाड़ने से वास्तुदोष दूर हो जाते हैं?
उत्तर : बिल्कुल नहीं! पिछले कुछ वर्षों से कुछ वास्तुविद् प्लाट के दोषपूर्ण बढ़ाव से उत्पन्न होने वाले कुप्रभाव को समाप्त करने के लिए जमीन में ताँबे की तार गड़वाते हैं तो कुछ प्लाट की ऊर्जा बढ़ाने के लिए चारों दिशाओं, चारों कोणों एवं मध्य में विभिन्न रंगों के रत्न गडवाते है। वास्तुदोष दूर करने के यह उपाए केवल अल्पज्ञानी, नौसीखिए या यूँ कहें की ठगों द्वारा ही किया जा रहा है। इसकी शुरूआत नागपुर से हुई है। इससे सिर्फ और सिर्फ पैसे की खूब बर्बादी होती है और लाभ एक नए पैसे का नहीं होता, क्योंकि यह पूर्णतः अवैज्ञानिक प्रक्रिया है। प्लाट में दोषपूर्ण बढ़ाव से उत्पन्न होने वाले कुप्रभाव से बचने का एकमात्र तरीका है कि, कम से कम चार फीट ऊँची दीवार खड़ी करके उस हिस्से को अलग कर दिया जाए।
प्रश्न : क्या विभिन्न प्रकार के रंगों का उपयोग करने से भी वास्तुदोष दूर होते है?
उत्तर : बिल्कुल नहीं! पिछले कुछ वर्षों से कई वास्तुविद् विभिन्न दिशाओं के दोषों को दूर करने के लिए ज्योतिष के आधार पर दिशाओं के स्वामी के प्रतिनिधित्व रंग के अनुसार लाल, पीले, हरे इत्यादि रंगों का उपयोग करने की सलाह देते हैं, जैसे दक्षिण दिशा में भूमिगत पानी की टंकी है तो इस दोष को दूर करने के लिए टंकी के ऊपर लाल रंग करवाते हैं, क्योंकि इस दिशा का स्वामी मंगल है, किन्तु सच्चाई यह है कि इससे वास्तुदोष के कुप्रभाव में 1 प्रतिशत की भी कमी नहीं आती। दोषपूर्ण स्थान पर बने टैंक के कुप्रभाव से बचने का एकमात्र तरीका है कि उस टैंक को मिट्टी डालकर पूरी तरह से बंद कर दिया जाए।
वास्तु गुरु द्वारा वास्तु सम्बन्धी शंकाओं का समाधान 3 – vaastu guru dwara vaastu sambandhi shankaon ka samadhan 3 – सम्पूर्ण वास्तु दोष – sampurna vastu dosh nivaran