जिन व्यक्तियों की जन्म कुंडली के द्वादश भाव में गुलिक स्थित होता है वह व्यक्ति निचले स्तर के कामों में ज्यादा लिप्त रहते हैं। ऎसे व्यक्ति अंगहीन भी हो सकते हैं और यह गलत कामों को करने की भी प्रवृति रखते हैं। यह आलसी, निष्क्रिय व अकर्मण्य व्यक्ति होते हैं। ऎसे व्यक्ति नीचे स्तर के लोगों के साथ यौन संबंध स्थापित करते हैं।
द्वादश भाव में स्थित गुलिक के कारण व्यक्ति सामान्यत: आर्थिक तंगी का सामना अधिक करता है। ऎसे व्यक्ति कोई भी काम करें लेकिन अपने व्यवसाय में यह किसी भी तरह का कोई विशेष लाभ नहीं पाता है। ऎसे व्यक्ति का जीवनसाथी अकसर बीमार ही रहता है, इसलिए इसके भीतर उत्तेजना व चिड़चिड़ापन ज्यादा रहता है।