secret of mulank bhagyank 1

मूलांक 1 – अंक ज्योतिष | Secret of Mulank Bhagyank 1 – ank jyotish

 

विशेषताएं –
मूलांक एक का स्वामी सूर्य है. इनमें सूर्य जैसा तेज और आत्म-विश्वास रहता है. अपने निर्णय पर अडिग रहने वाले मूलांक एक के जातक परिश्रमी,आत्म-निर्भर,महत्वाकांक्षी,उत्साह से भरे और कला-प्रेमी होते हैं. वे दृढ निश्चयी और अपने मार्ग आने वाली बाधा को दूर करने में सक्षम होते हैं. अपने लक्ष्य को हासिल करने के लिए वे अपनी सारी ऊर्जा लगा देते हैं. ये लोग व्यवसाय, नौकरी, कला, धर्म और समाज के क्षेत्र में नेतृत्व करने वाले होते हैं.

मूलांक एक के जातक अपने को प्रथम स्थान पर देखना पसंद करते हैं और इनका दृढ संकल्प उनको सफलता प्रदान करता है. कभी कभी इनका यही स्वाभाव अन्य आलसी लोगो के लिए इन्हें कठोर बना देता है.

कलात्मकता और नवीनता में इनका कोई मुकाबला नहीं कर सकता। ये नए उद्यम और नए कार्य का आरम्भ करने में सफल साबित होते हैं. आत्म-निर्भर और अनुशासित होने के कारण वे खुद का अपना का व्यवसाय करना पसंद करते हैं और सफलता प्राप्त करते हैं.

मूलांक एक के जातक को कुछ न करते रहना चाहिए, आलस्य इनका स्वाभाव नहीं है इसलिए खली बैठने में अप्रसन्न रहते हैं. मूलांक एक के जातक को कुछ न करते रहना चाहिए, आलस्य इनका स्वाभाव नहीं है इसलिए खाली बैठने में अप्रसन्न रहते हैं. नए उद्यम आरम्भ करने में इनसे अच्छा कोई नहीं है और इन्हें इसी तरह आगे बढ़ते रहना चाहिए.

कमियाँ –

मूलांक एक के व्यक्ति कभी कभी स्वार्थी,घमंडी और दूसरों से अधिक अपेक्षा रखने वाले होते हैं. जाने अनजाने में ये लोगों को सताने लगते हैं.

प्रथम स्थान पर बने रहने के लिए ये कभी कभी अपने से नीचे काम करने वालों के लिए गुस्सैल, कठोर और अप्रिय बन जाते हैं. ऐसा माहौल इन्हे अप्रसन्न रखने लगता है और इसी कारण से ये किसी कार्य को प्रारम्भ तो करते हैं, परन्तु उसे मुकाम तक पहुचने से पहले थकने लगते हैं.

मूलांक एक के लोग जल्दी लोगों पर भरोसा कर लेते हैं और धोखा खा जाते हैं.

कभी कभी दिखावा, लोभ, जल्दीबाजी और अहंकार इनको सबका अप्रिय बना देता है.

अहंकार के व जह से ये लोग किसी की दखल पसंद नहीं करते. इनमें नेतृत्व कर गुण तो है परन्तु ये अच्छे टीम-प्लेयर नहीं साबित होते.

विवेचना ►

• स्वामी ग्रह : सूर्य
• विशेष प्रभावी : 21 जुलाई से 28 अगस्त के मध्य
• शुभ तारीखें : 1, 10, 19, 28
• सहायक तारीखें : 2, 11, 20, 29 एवं 4, 13, 22, 31 तथा 7, 16, 25
• सहायक शुभ वर्ष : 2, 11, 20, 29, 38, 47, 56, 65, 74 एवं 4, 13, 22, 31, 40, 49, 58, 67 तथा 7, 16, 25, 34, 43, 52, 61, 70

• सर्वोत्तम वर्ष : 1, 10, 19, 28, 37, 46, 56, 64, 73
• उत्तम दिन : रविवार, सोमवार
• शुभ रंग : हरा, भूरा, पीला, सुनहरा
• शुभ रत्न : माणिक्य
• राशि : सिंह
• धातु : स्वर्ण, तांबा
• दिशा : पूर्व
• मित्र अंक : 2, 7, 5
• सम अंक : 3, 9, 4
• शत्रु अंक : 6, 8
• तत्व : अग्नि
• रोग : हृदय की कमजोरी, रक्तदोष, रक्तचाप, स्नायु निर्बलता, नेत्र दोष
• पाठ : आदित्य हृदय स्तोत्र
• उपासना : सूर्य की
• व्रत : रविवार
• दान पदार्थ : माणिक्य, स्वर्ण, ताम्र, गुड़, घी, लाल वस्त्र, लाल पुष्प, रक्त चंदन एवं गाय
• विवाह करना उत्तम : 14 जून से 15 जुलाई, 15 सितम्बर से 15 अक्टूबर, 15 नवम्बर से 18 दिसम्बर, 18 मार्च से 15 अप्रैल के मध्य जन्मे जातक से

• व्यवसाय : आभूषण, जौहरी कार्य, स्वर्णकारिता, विद्युत, चिकित्सा, नेतृत्व, स्पोर्टस वस्तु, अग्नि, सेवा कार्य, सैन्य विभाग व प्रशासन
• अनुकूल दिशा : उत्तर-पूर्व, उत्तर-पश्चिम, पश्चिम
• प्रतिकूल दिशा : दक्षिण-पूर्व, दक्षिण-पश्चिम
• शुभ मास : जनवरी, मार्च, मई, जुलाई, अगस्त, सितम्बर, अक्टूबर व दिसम्बर

Tags: , , , , , , , , , , , , , , , , ,

Leave a Comment

Scroll to Top