विशेषताएं ►
मूलांक ९ का स्वामी मंगल है. मूलांक ९ के लोग मान सम्मान और मर्यादा को ध्यान रखने वाले होते हैं. इनमें नेतृत्व का गुण होता है और भले ही ये उच्च स्थान पर हों या न हों, ऐसा ये हमशा महसूस करते हैं. जिस भी स्थान पर हों, ये हर चीज़ का ख़याल रखने वाले होते हैं.
मूलांक ९ के जातक मानवता में यकीन रखते हैं. ये किसी को मुसीबत में देखकर उसकी भरसक मदद करने में तत्पर रहते हैं. दूसरों के लिए अपनी ऊर्जा, समय और धन लगाने से ये कभी नहीं कतराते.
मूलांक ९ के जातक अपने माता पिता का पूरा ख्याल रखते हैं. अपने भूतकाल से कभी भी ये विलग नहीं होते.
आप किसी भी चीज़ का अंत नहीं करना चाहते. और अगर आप अंत भी करते हैं तो अपने शर्तों पर.
आपको अपनी मान मर्यादा का पूरा ख्याल रहता हैं और आप चाहते हैं की लोग आप का पूरा सम्मान करें. आप चाहे जिस भी ओहदे पर हों, इस बात का आपको हमेशा ख्याल रहता है. आप जैसे झुकना जानते ही नहीं. दूसरे ही आप का सम्मान करें.
कमियाँ ►
1. मूलांक ९ के लोग हर चीज़ का ख़याल तो रखते हैं परन्तु इनके लोगों से बोलने और दूसरों को सम्मान देना सीखना चाहिए.
2. दूसरों की मदद करने के चक्कर में कभी कभी आप लोग अपनी धन दौलत बर्बाद करके आर्थिक रूप से विपन्न हो जाते हैं. दूसरों की मदद ज़रूर करें, पर अपनी आर्थिक स्थिति को ध्यान में रखके।
3. आप में गुण तो बहुत हैं परन्तु आप किसी एक पर कभी ध्यान नहीं दे पाते. इसके वजह से आप किसी ख़ास क्षेत्र में एक्सपर्ट नहीं बन पाते।
4. आपको अपने सम्मान, मान मर्यादा का पूरा ख्याल हैं, पर आप दूसरों के साथ वही व्यवहार नहीं करते. आप चाहते हैं कि दूसरे आपके आगे झुकें पर आप नहीं झुकना चाहते. याद रखें, सम्मान पाने के लिए सम्मान देना भी ज़रूरी होता है.
विवेचना ►
• ग्रह स्वामी- मंगल
• श्रेष्ठ समय- 21 मार्च से 27 अप्रैल, 21 अक्टूबर से 27 नवम्बर
• श्रेष्ठ तिथियां- 9, 18, 27
• श्रेष्ठ वर्ष-9, 18, 27, 36, 45, 54, 63, 72
• अनुकूल तिथियां- 3, 12, 21, 30 एवं 6, 15, 24
• अनुकूल वर्ष- 3, 12, 21, 30, 39, 48, 57, 66, 75 एवं 6, 15, 24, 33, 42, 51, 60, 69
• निर्बल समय- मार्च, मई, जून तथा 18 नवम्बर से 31 दिसम्बर
• विपरीत तिथियां- 1, 10, 19, 28
• शुभ दिन- मंगलवार, गुरुवार, शुक्रवार
• शुभ रंग- लाल, गुलाबी
• शुभ रत्न- मूंगा
• धातु- सुवर्ण
• रोग- रक्तचाप, दुर्घटना, चोट, शरीरिक शिथिलता, हृदय रोग
• देव- हनुमान जी
• व्रत- मंगलवार
• दान पदार्थ- मूंगा, स्वर्ण, गेहूं, रक्त चंदन, लाल वस्त्र, गुड़, घी, कनेर पुष्प, केशर
• विवाह संबंध- 15 अक्टूबर से 14 दिसम्बर तथा 15 मई से 14 जून के मध्य जन्मे जातकों से
• अनुकूल अंक- 1, 2, 3, 4, 6, 7
• प्रतिकूल अंक- 5, 8
• व्यवसाय- संगठन, संघ संचालन, नियंत्रण, चिकित्सा, ज्योतिष, धर्मोपदेश, सैन्य विभाग, गोला-बारूद, वकालत, औषधि कार्य, धातु कार्य आदि
• अनुकूल दिशा- पूर्व, उत्तर-पूर्व
• प्रतिकूल दिशा- दक्षिण, दक्षिण-पूर्व, दक्षिण-पश्चिम