वातावरण में व्याप्त सकारात्म्क ऊर्जाओं का उपयोग एवं नकारात्मक ऊर्जाओं का प्रतिरोध ही वास्तु है! दर्पण के द्वारा भी इन ऊर्जाओं को प्राप्त किया जा सकता है! इस पुस्तक में दर्पणों के सकारात्मक एवं नकारात्मक उपयोगों का सचित्र वर्णन किया गया है सकारात्मक उपयोग जीवन में लाभकारी एवं नकारात्मक उपयोग हानिकारक सिद्ध हो सकते हैं! अत दर्पण का उपयोग करने से पहले इसको ठीक से समझना अत्यंत आवश्यक है! ज्यादा अच्छा तो यह होगा कि इस संबंध में किसी विशेषज्ञ की सलाह ली जाए! अंत में परमपिता परमेश्वर से प्रार्थना है कि यह पुस्तक आपके लिये लाभकारी सिद्ध हो!
वैदिक काल दर्पण वास्तु – vaidik kal darpan vaastu – वैदिक वास्तु शास्त्र – vedic vastu shastra