जन्म के समय चन्द्रमा जिस नक्षत्र में स्थित है उसके आधार पर कुंडली मिलान किया जाता है। जिसे आम भाषा में गुण मिलान भी कहा जाता है। इस विधि में वर एवं कन्या के नामाक्षर अथवा जन्म नक्षत्र की एक सारणी से मिलान करके परिणाम निकाला जाता है। इस गुण मिलान में त्रुटी हो जाए तो 36 में से 30 32 गुण मिलने वालों में भी तलाक की नौबत आ जाती है एवं की बार कोई भी गुम मिलने बाद बी दंपति सुखी वैवाहिक जीवन का र्निवाह करता है।